
अमेरिकी सीनेट में हूती हमले से जुड़ी एक महत्वपूर्ण सुनवाई हुई, जिसमें मंत्री ने इस बात का स्पष्ट किया कि उनके पास कोई सीक्रेट जानकारी नहीं थी जो इस हमले से जुड़ी हो। चैट लीक के मुद्दे पर मंत्री ने कहा कि किसी भी प्रकार की गोपनीय जानकारी उनके पास नहीं थी। वहीं, पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इस हमले को 2 महीने में पहली बड़ी गलती बताते हुए आलोचना की। इस सुनवाई में सीनेट ने सभी पक्षों को सुना और मामले की गंभीरता पर विचार किया।
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इस सुनवाई ने अमेरिकी सरकार के सुरक्षा और खुफिया जानकारी के प्रबंधन पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। हूती हमले की चैट लीक ने अमेरिकी अधिकारियों की भूमिका और उनके द्वारा दी गई सूचनाओं की विश्वसनीयता पर सवाल उठाया। मंत्री ने इस बात को स्पष्ट किया कि उन्होंने जो भी जानकारी दी, वह सामान्य थी और किसी भी प्रकार की गोपनीय जानकारी लीक नहीं हुई थी। वहीं, ट्रम्प ने इस हमले को लेकर अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि अगर यह घटना 2 महीने पहले हुई होती, तो इससे बचा जा सकता था और यह अमेरिका की सुरक्षा के लिए एक बड़ी चूक थी। सीनेट ने इस मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए आगे की जांच का आदेश दिया है। इस सुनवाई के बाद, अमेरिकी सुरक्षा नीति और खुफिया जानकारी के प्रबंधन पर नया दबाव बन गया है।