कोलकाता में डॉक्टर के रेप और मर्डर से देशभर में आक्रोश, केजीएमयू के चिकित्सकों ने प्रदर्शन कर जताया विरोध
लखनऊ। कोलकाता की रेजिडेंट डॉक्टर की रेप और मर्डर की घटना से लोगों में आक्रोश है। वहीं इस घटना के विरोध और डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर चिंतित देश और प्रदेश के हजारों रेजिडेंट डॉक्टरों ने सोमवार को काम बंद कर प्रदर्शन करने की बात कही है। इस दौरान दिल्ली के करीब 10 सरकारी अस्पतालों के डॉक्टरों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। इस दौरान रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ट्रस्ट की तरफ से कहा गया है कि हमारे इस प्रदर्शन से इमरजेंसी सेवायें बाधित नहीं होंगी।
दिल्ली में 10 सरकारी अस्पतालों के चिकित्सकों ने कोलकता में एक रेजिडेंट डॉक्टर के दुष्कर्म एवं हत्या मामले को लेकर सोमवार को अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी। रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए) ने एक बयान में बताया कि मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज, राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल, लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज, वीएमएमसी और सफदरजंग हॉस्पिटल, दीनदयाल उपाध्याय हॉस्पिटल, जीटीबी, इहबास, डॉ. बाबा साहेब आंबेडकर मेडिकल कॉलेज तथा राष्ट्रीय क्षय एवं श्वसन रोग संस्थान के चिकित्सक सुबह नौ बजे शुरू हुई इस हड़ताल में शामिल हैं।
आरडीए के अनुसार, अनिश्चतकालीन हड़ताल के दौरान सभी बाह्यरोगी विभाग (ओपीडी), ऑपरेशन थिएटर और वार्ड ड्यूटी बंद रहेगी, लेकिन आपातकालीन सेवाएं सामान्य दिनों की तरह चालू रहेंगी, ताकि यह सुनिश्चित हो कि आपात चिकित्सा वाले रोगियों को परेशानी न हो। फेडरेशन ऑफ रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (फोरडा) ने कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ड्यूटी के दौरान एक परास्नातक प्रशिक्षु चिकित्सक के दुष्कर्म और हत्या मामले को लेकर यह कदम उठाया है। पश्चिम बंगाल के इस सरकारी अस्पताल के सेमीनार हॉल में बृहस्पतिवार रात को 32 वर्षीय डॉक्टर का शव अर्द्ध नग्न हालत में मिला था।
केजीएमयू के डॉक्टरों ने किया विरोध प्रदर्शन
कोलकाता की रेजिडेंट डॉक्टर की रेप और मर्डर की घटना के विरोध में प्रदेश के चार हजार से ज्यादा रेजिडेंट डॉक्टरों के सोमवार को हड़ताल पर रहने की बात सामने आ रही है। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में डॉक्टरों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया है। हालांकि रेजिडेंट डाक्टरों ने ट्रॉमा सेंटर व इमरजेंसी व्यवस्था से खुद को अलग नही किया हैं। यहां पर मरीजों का इलाज जारी रहेगा।