
यरूशलमः इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि ईरान से 12 दिनों तक चले ऑपरेशन ‘अम कलावी’ ने इतिहास रच दिया। इस अभियान में इजरायल ने ईरान के परमाणु ठिकानों- इस्फहान,नतांज और अराक पर हमले किया है। इसके साथ ही बैलिस्टिक मिसाइल निर्माण केंद्रों और भंडारों को भी निशाना बनाया है। नेतन्याहू ने इसे ऐसी विजय बताया, जो आने वाली पीढ़ियां तक याद रखेंगी। उन्होंने यह भी कहा कि यदि हम लोगों ने ईरान के खिलाफ कदम नहीं उठाया होता, तो इजरायल जल्द ही विनाश के कगार पर खड़ा होता, लेकिन अंतिम क्षणों में हम शेर की तरह खड़े हुए। हमने अपनी दहाड़ से तेहरान को हिला दिया और पूरी दुनिया में गूंज उठी।
नेतन्याहू ने दावा किया कि ईरान का परमाणु बुनियादी ढांचा पूरी तरह नष्ट कर दिया गया। उन्होंने कहा कि हमने ईरान के परमाणु वैज्ञानिकों को खत्म किया और प्रयोगशालाओं को तबाह कर दिया। मोसाद द्वारा वर्षों पहले हासिल किए गए गुप्त दस्तावेजों ने ईरान के इरादों को उजागर किया था। अब उसकी परमाणु विकास क्षमता को जड़ से उखाड़ दिया गया है। उन्होंने कहा कि ईरान कभी परमाणु हथियार हासिल नहीं करेगा।
अमेरिका की भूमिका
नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनकी टीम का आभार जताया। उन्होंने बताया कि अमेरिका ने न केवल रक्षात्मक, बल्कि आक्रामक भूमिका भी निभाई। अमेरिकी सेना ने फोर्डो परमाणु केंद्र पर हमला किया। यह पहली बार था जब अमेरिका ने इजरायल के साथ मिलकर इतने बड़े पैमाने पर सैन्य अभियान को अंजाम दिया। नेतन्याहू के अनुसार, 2,000 बैलिस्टिक मिसाइलों का खतरा अब समाप्त हो चुका है। कई मिसाइल फैक्ट्रियां, लॉन्च साइट्स और भंडार पूरी तरह नष्ट कर दिए गए। कई मिसाइलें लॉन्च होने से कुछ मिनट पहले ही नष्ट कर दी गईं।
ईरान को करारा झटका
नेतन्याहू ने अपने संबोधन में बताया कि ऑपरेशन में ईरान के सैकड़ों रिवोल्यूशनरी गार्ड और शासन समर्थकों को मार गिराया गया है। सरकारी मुख्यालयों, बसीज अड्डों और शासन के प्रतीकों को भी नष्ट किया गया है। तीन चीफ ऑफ स्टाफ और परमाणु कार्यक्रम से जुड़े वरिष्ठ वैज्ञानिक मारे गए। यह तेहरान के इतिहास का सबसे बड़ा झटका है।
सावधानी और आत्मबल का संदेश
नेतन्याहू ने इजरायलियों को चेताया कि इस जीत के बावजूद हम आत्मसंतुष्ट नहीं होंगे। हम अपने बंधकों को छुड़ाए बिना रुकेंगे नहीं। हमें ईरानी धुरी, हमास और अन्य आतंकी ताकतों को पूरी तरह खत्म करना है। उन्होंने कहा कि गाजा, लेबनान, सीरिया और वेस्ट बैंक में सैन्य कार्रवाई के बिना तेहरान तक पहुंचना असंभव था। इस अवसर पर उन्होंने सभी सैन्य बलों, सुरक्षा एजेंसियों, पायलटों, खुफिया अधिकारियों और घायलों को सलाम किया। साथ ही शहीदों को श्रद्धांजलि दी, घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की और आर्थिक पुनर्निर्माण सहित सहायता का वादा किया।