श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने शनिवार को कहा कि कर्नाटक चुनाव में हार के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में जम्मू-कश्मीर में चुनाव कराने की हिम्मत नहीं रह गयी है। गौरतलब है कि जून 2018 में भाजपा ने महबूबा मुफ्ती की पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार से समर्थन वापस ले लिया था।
तब से केंद्र शासित प्रदेश में निर्वाचित सरकार नहीं है। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजों में कांग्रेस की जीत के बाद उमर ने भाजपा पर निशाना साधते हुए ट्वीट कर कहा, “अब ऐसा कोई रास्ता नहीं है कि भाजपा जम्मू-कश्मीर में जल्द विधानसभा चुनाव कराने की हिम्मत जुटा सके…।” वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री एवं पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा कि कांग्रेस का कर्नाटक चुनाव जीतना आसान नहीं था और उन्होंने उम्मीद जताई कि यह देश के लिए एक नई शुरुआत होगी।
उन्होंने ट्वीट कर कहा, “कर्नाटक में शानदार जीत के लिए कांग्रेस को बधाई। यह आसान नहीं था। भाजपा ने सबसे क्रूर सांप्रदायिक अभियान चलाया था। कर्नाटक के लोगों ने विभाजन और कट्टरता को खारिज कर दिया है। मुझे उम्मीद है कि यह भारत के लिए एक नई शुरुआत होगी।” इस बीच श्रीनगर में कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पार्टी मुख्यालय में कर्नाटक में जीत का जश्न मनाया।