
Operation Sindoor भारत सरकार और कुछ प्रमुख सांसदों की एक अहम पहल है, जिसका उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान द्वारा फैलाई जा रही झूठी जानकारी और आतंकवाद को लेकर उसकी भूमिका को उजागर करना है। इस मिशन के तहत भारत के कुछ चुनिंदा सांसदों का डेलिगेशन विभिन्न देशों की यात्रा करेगा और वहां पाकिस्तान के खिलाफ ठोस सबूत पेश करेगा।
इस प्रतिनिधिमंडल में कई प्रमुख दलों के सांसद शामिल हैं, लेकिन यूसुफ पठान जैसे चर्चित और नए सांसद की गैरमौजूदगी ने राजनीतिक हलकों में चर्चा को जन्म दे दिया है। यूसुफ पठान की लोकप्रियता और उनकी क्रिकेट पृष्ठभूमि को देखते हुए माना जा रहा था कि उनकी मौजूदगी मिशन को और अधिक प्रभावशाली बना सकती थी।
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TMC ने उनके डेलिगेशन से बाहर होने पर सफाई देते हुए कहा है कि यूसुफ पठान को पार्टी ने किसी अन्य महत्वपूर्ण जिम्मेदारी के तहत नियुक्त किया है, और उनका इस मिशन में शामिल न होना किसी मतभेद या विवाद का परिणाम नहीं है। पार्टी ने यह भी कहा कि वह इस मिशन का पूरा समर्थन करती है और पाकिस्तान के झूठ को उजागर करने के लिए प्रतिबद्ध है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस तरह के डेलिगेशन भारत की कूटनीतिक रणनीति का हिस्सा हैं, जिससे वैश्विक मंच पर पाकिस्तान की असलियत को सामने लाया जा सके। सांसदों का यह दौरा केवल एक राजनीतिक कदम नहीं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय छवि को मजबूत करने की दिशा में बड़ा प्रयास है।