नई दिल्ली: केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने रविवार को विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि वह संसद की कार्यवाही से भाग रहे हैं. मीडिया से बात करते हुए ठाकुर ने कहा, ‘सरकार मणिपुर पर चर्चा के लिए तैयार है लेकिन विपक्ष इससे बच रहा है. वे संसद की कार्यवाही से भी भाग रहे हैं. उनकी मजबूरी क्या है? वे सुर्खियों में रहना चाहते हैं लेकिन चर्चा में नहीं आना चाहते.’
इसके अलावा, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की निंदा करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘जब उद्धव ठाकरे सीएम थे, तो वह पालघर में साधुओं की निर्मम हत्या के लिए जवाब नहीं दे सके. वह चर्चा के लिए भी तैयार नहीं थे.’ मणिपुर हिंसा पर हंगामे के बीच संसद का मानसून सत्र 20 जुलाई से शुरू हुआ जिसमें विपक्ष ने विशेष रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में इस पर चर्चा की मांग की.’
इस बीच, मणिपुर पुलिस ने शनिवार को एक वायरल वीडियो के सिलसिले में एक और आरोपी को गिरफ्तार किया, जिसमें राज्य में दो महिलाओं को नग्न घुमाते और उनका यौन उत्पीड़न करते दिखाया गया था. पुलिस ने बताया कि 4 मई 2023 को हुई इस घटना में अब तक कुल छह गिरफ्तारियां हो चुकी हैं. भाजपा सांसद ने शनिवार को पश्चिम बंगाल के मालदा से एक क्लिप भी साझा किया, जिसमें दावा किया गया कि वीडियो में दिख रही दो आदिवासी महिलाओं को निर्वस्त्र किया गया, पीटा गया और प्रताड़ित किया गया क्योंकि पुलिस ‘मूक दर्शक’ बनी रही.
भाजपा के आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने इस घटना का एक कथित वीडियो ट्विटर पर पोस्ट किया, जो सोशल मीडिया पर सामने आया है, जिसके बारे में उनका दावा है कि यह घटना 19 जुलाई को मालदा के बामनगोला पुलिस स्टेशन के साप्ताहिक बाजार पाकुआ हाट में हुई थी. पश्चिम बंगाल में पार्टी के भाजपा प्रभारी मालवीय ने कहा, ‘यह भयानक घटना 19 जुलाई की सुबह हुई.
महिला सामाजिक रूप से हाशिए पर रहने वाले समुदाय से थी और एक उन्मादी भीड़ उसके खून की प्यासी थी.’ उच्च न्यायालय के आदेश के खिलाफ कुकी समुदाय के विरोध प्रदर्शन के बाद मणिपुर में 3 मई से हिंसा देखी जा रही है, जिसमें राज्य सरकार से मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति (एसटी) की श्रेणी में शामिल करने पर विचार करने के लिए कहा गया है. पहाड़ी इलाकों में सिर्फ एसटी ही जमीन खरीद सकते हैं.