नई दिल्ली। राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने प्रतिबंधित संगठन ‘पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ के दो गिरफ्तार सदस्यों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया है। एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। यह आरोप पत्र राजस्थान में संगठन द्वारा चलाई जा रही उग्रवादी गतिविधियों और एजेंडे से संबंधित मामले में दाखिल किया गया है।
एनआईए के एक प्रवक्ता ने बताया कि सोमवार को कोटा के मोहम्मद आसिफ उर्फ ‘आसिफ’ और राजस्थान के बारां के सादिक सर्राफ पर यहां की एक विशेष अदालत में भारतीय दंड संहिता और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं।
यह संघीय एजेंसी द्वारा इस मामले में दाखिल किया गया पहला आरोप पत्र है, जिसे पिछले साल 19 सितंबर को एनआईए मुख्यालय, नयी दिल्ली में दर्ज किया गया था। आसिफ और सर्राफ के अलावा उदयपुर के एक अन्य पीएफआई सदस्य मोहम्मद सोहेल को भी इस मामले में गिरफ्तार किया गया है।
अधिकारी ने कहा कि यह मामला आपराधिक साजिश की जांच के सिलसिले में दर्ज किया गया था, जिसे पीएफआई सदस्यों द्वारा भोले-भाले मुस्लिम युवाओं को कट्टर बनाकर और उन्हें हथियारों का प्रशिक्षण देकर भारत में विभिन्न समुदायों के बीच खाई पैदा करने के उद्देश्य से रचा गया था। उन्होंने कहा कि आरोपियों का मकसद आतंकी गतिविधियों के लिए धन जुटाकर भारत में 2047 तक इस्लामिक शासन कायम करना था। प्रवक्ता ने कहा, वे (आशिफ और सर्राफ) पीएफआई के प्रशिक्षित सदस्य हैं, जो हिंसक कृत्यों को अंजाम देने के वास्ते संगठन के लिए भोले-भाले मुस्लिम युवाओं की भर्ती करने में शामिल थे।