
अयोध्या धाम में श्रीराम जन्मभूमि परिसर में धार्मिक परंपराओं के अनुसार राजा राम का भव्य अभिषेक देशभर की 21 पवित्र नदियों के जल से किया गया। इनमें गंगा, यमुना, सरस्वती, नर्मदा, गोदावरी, कावेरी, ताप्ती जैसी प्रमुख नदियाँ शामिल हैं। इन नदियों का जल विशेष रूप से एकत्र कर श्रीरामलला पर चढ़ाया गया, जिससे वातावरण पूरी तरह भक्तिमय हो उठा।
यह अभिषेक समारोह प्राण प्रतिष्ठा से पूर्व की प्रमुख धार्मिक क्रिया है, जो मंदिर में देवता की आत्मिक स्थापना का मार्ग प्रशस्त करता है। आज सुबह 11:25 बजे श्रीरामलला दरबार की प्राण प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त तय किया गया है, जिसमें वैदिक विद्वानों द्वारा मंत्रोच्चार और पूजा विधि संपन्न की जाएगी।
देशभर से श्रद्धालु, संत समाज, और प्रमुख धार्मिक गुरु इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बनने के लिए अयोध्या पहुंचे हैं। यह आयोजन न केवल धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक एकता, परंपरा और आस्था का भी प्रतीक बन गया है। अयोध्या नगरी इन दिनों पूरी तरह राममय हो गई है, और हर ओर जय श्रीराम के उद्घोष गूंज रहे हैं।