
योगी सरकार अब महाकुंभ के यूपी की आर्थिकी पर पड़े प्रभाव को आंकलन करने की तैयारी कर रही है। इसके लिए विभिन्न विभागों को आंकड़े जुटाने की जिम्मेदारी सौंप दी गई है। महाकुंभ, जो हर 12 साल में एक बार प्रयागराज में आयोजित होता है, न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यूपी की आर्थिकी पर भी इसका गहरा असर पड़ता है। लाखों श्रद्धालुओं और पर्यटकों के आगमन से होटल, परिवहन, व्यापार, और अन्य सेवाओं में भारी वृद्धि होती है।
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सरकार अब यह आंकड़े इकट्ठा करके यह विश्लेषण करना चाहती है कि इस आयोजन से यूपी की आर्थिकी में कितना सकारात्मक बदलाव आया है। इस कदम से न केवल महाकुंभ के आर्थिक लाभों का सही तरीके से मूल्यांकन होगा, बल्कि इससे भविष्य में इस तरह के आयोजनों को और भी प्रभावी तरीके से संचालित किया जा सकेगा।