नई दिल्ली। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता शरद पवार ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह ही पार्टी के अध्यक्ष हैं। यहां पार्टी की कार्यसमिति की बैठक के बाद शरद पवार ने कहा, ‘‘राकांपा का अध्यक्ष मैं ही हूं।’’ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से हाथ मिलाने वाले प्रफुल्ल पटेल, सुनील तटकरे और नौ अन्य को पार्टी से निष्कासित करने संबंधी फैसले को कार्यसमिति ने मंजूरी दी।
पार्टी नेता पी. सी. चाको ने यहां मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि कि बैठक में आठ प्रस्ताव पारित किये गये। अजित पवार के बहुमत होने के दावे पर शरद पवार ने कहा, ‘‘ सच सामने आ जायेगा।’’ चाको ने कहा कि संगठन शरद पवार के साथ है। उन्होंने कहा, ‘‘राकांपा कार्यसमिति ने राजग से हाथ मिलाने वाले प्रफुल्ल पटेल, सुनील तटकरे और नौ अन्य लोगों को निष्कासित करने संबंधी फैसले को मंजूरी दे दी है। शरद पवार राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए थे।
हम किसी के राष्ट्रीय अध्यक्ष होने के दावे को गंभीरता से नहीं लेते।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारा संगठन अभी भी एकजुट है।’’ चाको ने कहा कि राकांपा हर तीन साल पर चुनाव कराती है और लोग नियमित रूप से निर्वाचित होते हैं। कार्यसमिति द्वारा पारित प्रस्तावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार के ‘अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक कार्यों’ के खिलाफ रुख अपनाना भी शामिल है।
इसने केंद्र सरकार की नीतियों की भी निंदा की और आरोप लगाया कि महंगाई, बेरोजगारी और महिलाओं की दुर्दशा बढ़ रही है। अजित पवार और उनके आठ सहयोगी दो जुलाई को एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल हुए थे। अजित पवार को उपमुख्यमंत्री बनाया गया, वहीं अन्य को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई थी।