“ये हार का सदमा बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं, इसलिए इनका बर्ताव बदला है”, अखिलेश यादव ने साधा निशाना
समाजवादी पार्टी के मुखिया और कन्नौज से सांसद अखिलेश यादव ने कहा कि कन्नौज लोकसभा की सभी जनता ने समाजवादी पार्टी की मदद की और जब वोटिंग हुई तो कोई भी ऐसा वर्ग नहीं बचा जिसने समाजवादी पार्टी को वोट देकर जीत न दिलाई हो। कन्नौज के ऐतिहासिक परिणाम के लिए मैं जनता का आभार व्यक्त करता हूं। जनता ने भाजपा को चुनाव में हराया है। पीडीए, इंडिया गंठबंधन की रणनीति का परिणाम था कि भाजपा बहुत पीछे रह गई। पता नहीं लखनऊ में बैठे लोगों को लाल रंग से इतनी नफरत क्यों है। लाल रंग हमारे देवताओं से जुड़ा है और भावनाओं से भी जुड़ा है और हमारे मुख्यमंत्री भावनाओं को नहीं समझ सकते हैं।
अखिलेश यादव का बयान
अखिलेश यादव ने कहा कि उन्हें भावनाओं को समझने के लिए बहुत सोचना पड़ेगा और उन्होंने कभी सद्भाव नहीं देखा, न ही उन्होंने दुनिया का भाईचारा देखा। इसलिए वे लाल रंग के खिलाफ बोल रहे हैं। जय प्रकाश नारायण जी यह लाल टोपी लेकर आए थे। हमारे मुख्यमंत्री को इतिहास नहीं पता। अखिलेश यादव ने कहा कि आज सरकार का व्यवहार में बदलाव देखने को जो मिल रहा है और जो भाषा बदली है, वो हार का सदमा बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं। इस हार का परिणाम देखिए कि जिनकी विदेश नीति की जिम्मेदारी है वो कम बोल रहे हैं।
#WATCH | Samajwadi Party chief and Kannauj MP Akhilesh Yadav says, "All the people of Kannauj Lok Sabha helped Samajwadi Party and when voting took place, there was no section left who did not vote and ensure victory for Samajwadi Party. For the historic result of Kannauj, I… pic.twitter.com/wufabtvRQi
— ANI (@ANI) August 30, 2024
बोले- पुलिस कर रही भाजपा के लिए काम
अखिलेश यादव ने कहा कि विदेश नीति पर बोलने का काम प्रधानमंत्री या विदेश मंत्री का है। उन्होंने कहा कि ये जो सड़को पर कह रहे हैं वो अपनी पार्टी के सबसे बड़े नेता से कहकर जाएं। कन्नौज के लोग जानते हैं कि यहां विकास ठप पड़ा हुआ है। कन्नौज में अस्पताल, एंबुलेंस और पुलिस को इन्होंने बर्बाद कर दिया है। पुलिस सिर्फ भाजपा का काम कर रही है। कन्नौज में भ्रष्टाचार अभी कम नहीं हुआ है। सबको पता है कि किस तरह से तहसील पर और प्रशासन में भ्रष्टाचार चल रहा है। साथ ही अगर आप समाजवादी पार्टी के विचारों से जुड़े हैं तो उन्हें उनका बजट नहीं मिल पा रहा है।