यूक्रेन (Ukraine) में फंसे 182 भारतीय नागरिकों को लेकर सातवीं ऑपरेशन गंगा (Operation Ganga) फ्लाइट बुखारेस्ट से मुंबई (Mumbai) पहुंच गई है. छात्रों के मुंबई पहुंचने पर केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने मुंबई हवाई अड्डे पर भारतीय छात्रों का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया है. केंद्रीय मंत्री नारायण राणे (Union Minister Narayan Rane) ने कहा ‘आज यूक्रेन से एक फ्लाइट 182 भारतीय छात्र को लेकर छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंची है. मैंने सभी का स्वागत किया है. सभी यूक्रेन की परिस्थिति देखकर डरे हुए थे, मैंने सभी को तसल्ली दी है कि आप सब सुरक्षित यहां पहुंच चुके हैं’. इससे पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बताया था कि ऑपरेशन गंगा के तहत 182 फंसे भारतीय नागरिकों को लेकर सातवीं उड़ान रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट से मुंबई के लिए रवाना हुई है.
The seventh Operation Ganga flight with 182 Indian nationals stranded in Ukraine reached Mumbai from Bucharest (Romania)
Union Minister Narayan Rane received Indian students at Mumbai airport. pic.twitter.com/UVvvuhjhRr
— ANI (@ANI) March 1, 2022
जयशंकर ने ट्विटर कर कहा था, ‘ऑपरेशन गंगा अपनी सातवीं उड़ान के लिए आगे बढ़ी है. 182 भारतीय नागरिकों ने बुखारेस्ट से मुंबई की यात्रा शुरू कर दी है.’ इस बीच, यूक्रेन संकट पर सोमवार शाम को उच्च स्तरीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पूरी सरकारी मशीनरी चौबीसों घंटे काम कर रही है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वहां सभी भारतीय सुरक्षित हैं.
केंद्रीय मंत्री करेंगे यूक्रेन के पड़ोसी देशों की यात्रा
यूक्रेन में मौजूदा स्थिति पर दिन के दौरान प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में यह दूसरी उच्च स्तरीय बैठक थी. सरकारी सूत्रों ने सोमवार को कहा कि केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, किरेन रिजिजू और जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह सहित ‘विशेष दूत’ यूक्रेन में चल रहे रूसी सैन्य अभियानों के बीच फंसे भारतीयों की निकासी के समन्वय के लिए यूक्रेन के पड़ोसी देशों की यात्रा करेंगे.
24 फरवरी को, प्रधानमंत्री ने यूक्रेन संकट पर नई दिल्ली में सुरक्षा पर कैबिनेट समिति की बैठक की अध्यक्षता की थी. केंद्र सरकार ने संघर्षग्रस्त यूक्रेन से फंसे छात्रों और भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए ‘ऑपरेशन गंगा’ शुरू किया है. एयर इंडिया द्वारा ऑपरेशन गंगा के तहत विशेष उड़ानें संचालित की जा रही हैं.इससे पहले सोमवार को, विदेश मंत्रालय ने कहा कि देश द्वारा शुरुआती सलाह जारी किए जाने के बाद से भारत ने 8,000 से अधिक नागरिकों को निकाला है. यह भी बताया गया कि लगभग 1400 नागरिकों को वापस लाने के लिए छह उड़ान भारत में उतरी है.