
उत्तर प्रदेश में नव नियुक्त पुलिस सिपाहियों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक प्रेरणादायक संदेश दिया। उन्होंने कहा, “प्रशिक्षण में जितना अधिक पसीना बहाओगे, जीवन में उतना ही कम खून बहेगा।” यह वक्तव्य न केवल शारीरिक तैयारी को महत्व देता है, बल्कि यह भावनात्मक और मानसिक रूप से भी पुलिस बल को तैयार रहने का संदेश है।
मुख्यमंत्री ने सिपाहियों से यह भी कहा कि वे सिर्फ एक वर्दी नहीं, बल्कि एक जिम्मेदारी पहनते हैं। समाज की सुरक्षा, कानून का सम्मान और जनता की सेवा ही उनकी असली पहचान होनी चाहिए। उन्होंने चेताया कि किसी भी प्रकार की लापरवाही से ना केवल सिस्टम बदनाम होता है, बल्कि जनता का विश्वास भी डगमगाता है।योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वर्तमान सरकार ने पुलिस भर्ती प्रक्रिया को पूरी तरह पारदर्शी और निष्पक्ष बनाया है। अब मेरिट और मेहनत के बल पर हर युवा को अवसर मिल रहा है, जिससे व्यवस्था में ईमानदारी और जिम्मेदारी बढ़ी है।
मुख्यमंत्री ने पुलिसकर्मियों को तकनीक, संवेदनशीलता और सेवा भाव का संतुलन बनाए रखने की सलाह दी। उन्होंने यह भी बताया कि पुलिस सिर्फ अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने वाली शक्ति नहीं, बल्कि आम नागरिक की सुरक्षा और सहायता का पहला स्रोत है।कार्यक्रम के अंत में सीएम योगी ने देश और समाज की सेवा में लगे सभी जवानों का आभार जताया और कहा कि उत्तर प्रदेश को अपराध मुक्त बनाने में हर सिपाही की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह सिर्फ एक नौकरी नहीं, बल्कि जीवन का मिशन है।