
उत्तर प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए योगी सरकार ने एक विस्तृत मास्टरप्लान तैयार किया है। इस योजना के तहत प्रदेश के प्रमुख मार्गों और पर्यटन रूट्स पर यात्रियों और टूरिस्टों के लिए होटल, रेस्ट एरिया, इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) चार्जिंग स्टेशन, फूड कोर्ट और अन्य सुविधाएं विकसित की जाएंगी। सरकार का उद्देश्य राज्य को “टूरिस्ट-फ्रेंडली डेस्टिनेशन” बनाना है।
इस योजना के तहत राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों पर हर 40–50 किलोमीटर की दूरी पर सुविधाजनक केंद्र बनाए जाएंगे, जिनमें होटल, क्लीन टॉयलेट्स, मेडिकल सुविधा, कैफे और चार्जिंग पॉइंट्स शामिल होंगे। EV वाहनों के बढ़ते चलन को देखते हुए चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर पर विशेष ध्यान दिया गया है।
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि योजना को चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाए और निजी निवेश को भी इसमें प्रोत्साहित किया जाए। राज्य सरकार पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल के तहत इन सुविधाओं का निर्माण कराएगी।
वाराणसी, आगरा, अयोध्या, लखनऊ, प्रयागराज, चित्रकूट और विंध्याचल जैसे धार्मिक और ऐतिहासिक शहरों को इस योजना के पहले चरण में प्राथमिकता दी जाएगी। इससे न केवल पर्यटकों को बेहतर अनुभव मिलेगा बल्कि स्थानीय रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
सरकार का यह मास्टरप्लान “ईको-फ्रेंडली टूरिज्म” को भी बढ़ावा देगा, जिसमें EV इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ-साथ सोलर एनर्जी और वेस्ट मैनेजमेंट को भी शामिल किया जाएगा। इसके अलावा पर्यटन स्थलों पर डिजिटल गाइड, वाई-फाई और सुरक्षा व्यवस्था भी मजबूत की जाएगी।