
वर्तमान में सत्ता को लेकर बढ़ते असंतोष और विद्रोही छात्रों के गुट की सक्रियता ने सियासी हलचलों को जन्म दिया है। विद्रोही छात्र समूह ने अब सत्ता के खिलाफ मोर्चा खोलने की घोषणा की है और वे अब एक नया सियासी दल बनाने की योजना बना रहे हैं। उनके अनुसार, यूनुस के नेतृत्व में असंतोष बढ़ चुका है और उनका तरीका छात्रों के हितों को ध्यान में रखते हुए सही नहीं है। विद्रोही गुट का कहना है कि यूनुस ने सत्ता का गलत इस्तेमाल किया है, जिससे छात्रों की आवाज दब रही है।
यह गुट अब सत्ता को चुनौती देने के लिए एक नई राजनीतिक दिशा में कदम रखने की सोच रहा है। इसके पीछे का कारण यही बताया जा रहा है कि यूनुस के नेतृत्व में बदलाव की आवश्यकता महसूस की जा रही है। विद्रोही छात्र इस बदलाव को छात्र समुदाय के लिए एक बेहतर भविष्य के रूप में देख रहे हैं और उनके अनुसार, अब समय आ चुका है कि सत्ता परिवर्तन हो। इस बदलाव की राजनीति पर गहरा असर पड़ सकता है और आने वाले दिनों में यह एक बड़ा मुद्दा बन सकता है।