उमस एवं गर्मी के कारण विद्युत मांग एतिहासिक स्तर पर, लगातार बन रहे हैं नये विद्युत आपूर्ति के रिकार्ड

प्रदेश में भीषण गर्मी एवं उमस के दृष्टिगत उपभोक्ताओं की सुविधा को देखते हुये प्रदेश में रिकार्ड विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। विद्युत मांग में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। जिससे नये रिकार्ड बन रहे है। प्रदेश के इतिहास में पहली बार 28043 मेगावाट तक विद्युत मांग पहुॅच गयी है, जिसे सकुशल पूरा किया गया।
उ0प्र0 पावर कारपोरेशन अध्यक्ष एम0 देवराज ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी के मार्गदर्शन एवं ऊर्जा मंत्री के कुशल नेतृत्व में बिजली विभाग अपने दायित्वों का पूर्ण जिम्मेदारी के साथ निर्वहन कर रहा है। कहा कि पूर्व में उपलब्धता के बेहतर मैनेजमेन्ट के कारण प्रदेश में प्रर्याप्त विद्युत उपलब्धता विभिन्न श्रोतो से बनी हुई है। ग्रामीण क्षेत्रों को एवरेज 18 घण्टे, नगर पंचायत एवं तहसील को 21 घंटे 30 मिनट, बुन्देलखण्ड के ग्रामीण क्षेत्रों को 20 घण्टे, जिला मुख्यालय, मण्डल मुख्यालय तथा महानगरों को 24 घण्टे विद्युत आपूर्ति सुनिश्ति की जा रही है। विगत 22 जुलाई को विद्युत मांग 27622 मेगावॉट तक पहुंच गई थी उसके पूर्व जून में मांग 27611 मेगावाट गई थी। आज नया रिकार्ड बना है।
अध्यक्ष ने विद्युत निगम के अधिकारियों को निर्देशित किया कि आपूर्ति व्यवस्था बाधित ना हो सबको अनुरूप विद्युत प्राप्त हो इसके लिए पूरी सावधानी बरतें। ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हांे तो उन्हें अति शीघ्र बदला जाए। ट्रॉली ट्रांसफार्मर रिर्जव में उपलब्ध रहे। अधिकारी अपना फोन उठाएं साथ ही 1912 पर आ रही सूचना या शिकायतों का निस्तारण सुनिश्चित करें। उन्होंने विद्युत उपभोक्ताओं से भी अपील की है कि वे अपना विद्युत बिल समय से जमा करें तथा ऐसा कोई नियम विरुद्ध कार्य न करें, जिससे विद्युत व्यवस्था संचालन में नकारात्मक प्रभाव पड़े।
ईज आज लिविंग के सन्दर्भ में शक्ति भवन में आयोजित वर्कशॉप में आज अध्यक्ष ने कहा कि हमें विद्युत उपभोक्ता के जीवन स्तर को सुधारने हेतु अधिक संवेदनशील एवं सजग रहना है। इसके लिये उपभोक्ता सेवा से जुड़े सभी कार्य समय एवं प्राथमिकता सें हो यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए। उसे समय से सही रीडिंग का बिल मिले तथा उसकी समस्याओं का त्वरित निस्तारण हो।
विद्युत कार्मिक स्पर्शाघात आदि की दुर्घटनायें न हों इसके लिये विशेष सर्तकता रखे। किसी भी फाल्ट को ठीक करने या अनुरक्षण कार्यो में निर्धारित मानकों का पूरी तरह पालन किया जाये। जिससे आउटसोर्स कर्मियों के साथ होने वाली दुर्घटनायें रोकी जा सके। उ0प्र0 पावर कारपोरेशन अध्यक्ष एम0 देवराज नेे यह भी चेतावनी दी है कि किसी भी विद्युत दुर्घटना में यदि लापरवाही पायी गयी तो नियमानुसार कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी। उन्होंने कहाकि लगातार कोशिशों के बावजूद दुर्घनायें रूक नहीं रही हैं जो कि अत्यंत दुखद एवं असंतोष जनक है।
अध्यक्ष ने कहा कि प्रत्येक क्षेत्र के अधीक्षण अभियन्ता अपने क्षेत्र में यह सुनिश्चित करायें कि प्रत्येक 33/11 के0वी0 उपकेन्द्रो पर आउटसोर्स ऐजेंसी के माध्यम से तैनात आउटसोर्स कर्मियों हेतु सुरक्षा उपकरणो की व्यवस्था सुनिश्चित रहे ताकि लाईन के कार्यों के दौरान प्रत्येक गैंग के पास आवश्यक सुरक्षा उपकरण ही मौजूद रहे।
वितरण क्षेत्र के मुख्य अभियन्ता, अधीक्षण अभियन्ता, अधिशासी अभियन्ता, सहायक अभियन्ता एवं अवर अभियन्ता का दायित्व होगा कि वो बिजली घरों पर सुरक्षा उपकरणों की जाँच कर सुरक्षा उपकरण होने की सूचना रजिस्टर पर अंकित करवायेंगें ताकि यह ज्ञात हो सके कि आउटसोर्स ऐजेंसी द्वारा सभी उपकरण अपने कर्मियों को उपलब्ध कराये गये है। यदि सम्बन्धित एजेन्सी द्वारा उपरोक्त सुरक्षा उपकरण उपलब्ध नहीं कराये जाते है तो इसके लिये सम्बन्धित अधीक्षण अभियन्ता उत्तरदायी होंगे।
आउटसोर्स कर्मी सुरक्षा उपकरणों का उपयोग करें यह सम्बन्धित अधिकारी सुनिश्चित करेंगे। अध्यक्ष ने यह भी निर्देशित किया है कि जहॉ भी ऐसी दुघर्टनायें हो वहॉ सम्बन्धित अधीक्षण अभियन्ता मौके पर जाकर रिपोर्ट भेजेगे। दुर्घटनाग्रस्त कार्मिक की पूरी देखभाल एवं इलाज के लिये आवश्यक व्यवस्था कराई जाये तथा नियमानुसार अनुमन्य देय का भुगतान भी समयबद्ध रूप से सुनिश्चित किया जाये।