उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री ने एक बड़ा विवाद खड़ा करते हुए आरोप लगाया है कि एक वरिष्ठ IPS अधिकारी ने केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल को चुनाव में हराने के लिए साजिश रची थी। मंत्री का कहना है कि अधिकारी ने चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने के लिए अपनी शक्ति का दुरुपयोग किया और पटेल के खिलाफ एक अभियान चलाया। यह आरोप उत्तर प्रदेश के एक बड़े राजनीतिक विवाद का हिस्सा बन गया है, और मंत्री ने इस मामले में न्याय की मांग की है। विपक्षी दलों ने भी इस पर प्रतिक्रियाएं दी हैं, जबकि सरकार ने इस आरोप की जांच की बात कही है। इस विवाद ने यूपी की राजनीति में तूफान मचा दिया है, और यह देखने योग्य होगा कि क्या इस मामले में कोई जांच की जाएगी और इसका असर चुनावी राजनीति पर पड़ेगा।
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मंत्री के आरोपों के बाद, IPS अधिकारी ने अभी तक कोई सार्वजनिक प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन यह मामला उत्तर प्रदेश की राजनीतिक समीकरणों को और जटिल बना सकता है। अनुप्रिया पटेल, जो इस मामले का केंद्र बिंदु हैं, ने भी इस आरोप पर चुप्पी साध रखी है। वहीं, सत्ताधारी दल ने इसे विपक्ष की राजनीतिक चाल बताया है, जबकि विपक्षी दलों ने मंत्री के आरोपों को गंभीर माना और जांच की मांग की है। इस आरोप-प्रत्यारोप के बीच, राजनीतिक गलियारों में कयास लगाए जा रहे हैं कि इस विवाद का असर आगामी चुनावों और राजनीतिक रिश्तों पर पड़ सकता है।