

पश्चिम बंगाल की राजनीति में हलचल मचाते हुए अभिषेक बनर्जी ने भाजपा में शामिल होने के सवाल का स्पष्ट जवाब दिया। एक पार्टी बैठक में उन्होंने कहा कि वे किसी भी हाल में भाजपा में शामिल नहीं होंगे। उनका यह भी कहना था कि वे हमेशा गद्दारों को बेनकाब करते रहेंगे, और उन लोगों को सामने लाएंगे जो पार्टी के सिद्धांतों के खिलाफ काम करते हैं। अभिषेक ने यह बयान तृणमूल कांग्रेस के प्रति अपनी निष्ठा को स्पष्ट करते हुए दिया और यह साफ किया कि उनका राजनीतिक उद्देश्य बंगाल में पार्टी को मजबूत करना है, न कि किसी दूसरी पार्टी में शामिल होना।
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इस बयान ने भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के बीच चल रही राजनीतिक प्रतिस्पर्धा को और तेज कर दिया है। अभिषेक का यह स्टैंड यह भी दर्शाता है कि वे पश्चिम बंगाल में अपने कद को बढ़ाने के लिए किसी भी प्रकार के समझौते के पक्ष में नहीं हैं।