वायुसेना का ग्लोबमास्टर C-17 ने संभाला मोर्चा, हिंडन से रवाना, 3 और तैयार
यूक्रेन में फंसे भारतीयों को लाने के लिए अब भारतीय वायु सेना ने मोर्चा संभाल लिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आहवान पर ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत वायु सेना ने अपनी पहली उड़ान को रवाना किया. भारतीय वायु सेना पर देशवासियों को भरोसा है कि वह जल्द ही स्थिति को नियंत्रण में लेकर हजारों परिवारों को राहत पहुंचाएगी. यूक्रेन से भारतीयों को वापस लाने के लिए भारतीय वायु सेना के तीन और विमान आज पोलैंड, हंगरी और रोमानिया की यात्रा पर जाने वाले हैं.
यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने के सरकार के प्रयासों को तेज करते हुए, एक भारतीय वायु सेना (IAF) C-17 परिवहन विमान (IAF, C-17 aircraft leaves for Romania) बुधवार तड़के रोमानिया के लिए रवाना हुआ . विमान ने सुबह करीब 4 बजे हिंडन एयरबेस से उड़ान भरी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने के प्रयासों की समीक्षा के लिए मंगलवार को एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता के बाद भारतीय वायुसेना को इस अभियान में शामिल होने के लिए कहा गया.
Three more Indian Air Force aircraft are scheduled to visit Poland, Hungary and Romania today to bring back Indians from Ukraine. One C-17 Globemaster took off at 4 am earlier today for Romania under Operation Ganga: IAF officials pic.twitter.com/4iYZpFDIF5
— ANI (@ANI) March 2, 2022
सूत्रों ने कहा कि वायु सेना की क्षमताओं का लाभ उठाने से यह सुनिश्चित होगा कि कम समय में अधिक लोगों को निकाला जा सके और यह मानवीय सहायता को अधिक कुशलता से वितरित करने में भी मदद करेगा. रूस की सेनाओं द्वारा 24 फरवरी को यूक्रेन में सैन्य अभियान शुरू करने के बाद, भारत सरकार ने संघर्ष ग्रस्त यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए ‘ऑपरेशन गंगा’ शुरू किया. ‘ऑपरेशन गंगा’ मिशन के तहत विशेष उड़ानें नि:शुल्क संचालित की जा रही हैं. यूक्रेन में फंसे 219 भारतीय नागरिकों को लेकर इस तरह की पहली निकासी उड़ान 26 फरवरी को मुंबई में उतरी. इस तरह की कई उड़ानें अब तक देश में उतर चुकी हैं.
यूक्रेन की सीमाओं को पार कर इसके साथ लगे पोलैंड, रोमानिया, हंगरी और स्लोवाकिया से भारतीय नागरिकों को निकालने में सहायता के लिए 24×7 नियंत्रण केंद्र स्थापित किए गए हैं. मोल्दोवा के माध्यम से एक नया मार्ग खोला गया है और एक विदेश मंत्रालय की टीम भी अब वहां मौजूद है और लोगों की सहायता कर रहा है. टीम रोमानिया के रास्ते भारतीयों को निकालने में मदद करेगी.