चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी मामले मेंं बड़ी कामयाबी, सेना का जवान गिरफ्तार
चंडीगढ़। पंजाब पुलिस के डायरेक्टर जनरल (डीजीपी) गौरव यादव ने यहां बताया कि चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी मामले में चौथी गिरफ्तारी करते हुए पंजाब पुलिस ने शनिवार को अरुणाचल प्रदेश में तैनात एक फ़ौजी जवान को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपित की पहचान संजीव सिंह के तौर पर हुई है, जिसपर आरोपित छात्रा को ब्लैकमेल करने का शक है। यह कार्रवाई पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की तरफ से इस मामले की उच्च स्तरीय जांच के लिए, एडीजीपी कम्यूनिटी अफेअर्ज़ डिवीज़न और महिला मामलों संबंधी गुरप्रीत कौर दिओ की समूची निगरानी अधीन तीन सदस्यीय आल वूमेन स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) के गठन के आदेश दिए जाने से कुछ दिन बाद सामने आई है।
डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि फोरेंसिक और डिजिटल सबूतों के आधार पर एसएएस नगर से पुलिस टीम को आरोपित को गिरफ्तार करने के लिए अरुणाचल प्रदेश रवाना किया गया था। उन्होंने बताया कि आरोपित जवान को अरुणाचल प्रदेश पुलिस, असाम पुलिस और अरुणाचल प्रदेश के आर्मी अधिकारियों के सहयोग से अरुणाचल प्रदेश के सेला के पास से गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि एसएएस नगर पुलिस ने आरोपित को एसएएस नगर के मैजिस्ट्रेट के सामने पेश करने के लिए चीफ़ ज्यूडिशियल मैजिस्ट्रेट (सीजेएम) बोमडीला की अदालत से दो दिन का ट्रांजजिट रिमांड भी हासिल कर लिया है।
एस. ए. एस. नगर पुलिस ने पहले ही छात्रा समेत तीन और हिमाचल प्रदेश से दो और व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है और उनके कब्ज़े में से कुछ इलेक्ट्रानिक यंत्र बरामद किये गए हैं। उल्लेखनीय है कि एस. पी काउन्टर इंटेलीजेंस लुधियाना रुपिन्दर कौर भट्टी के नेतृत्व वाली एस. आई. टी. द्वारा दो सदस्यों डी. एस. पी. खरड़-1 रुपिन्दर कौर और डीएसपी एजीटीऐफ दीपिका सिंह के सहयोग से मामले की तेज़ी से जांच की जा रही है। डीजीपी पंजाब ने कहा कि इस मामले में दोषियों को बक्शा नहीं जायेगा और इन्साफ होगा। उल्लेखनीय है कि एफआईआर नंबर 194 और आइपीसी की धारा 354 सी और आईटी एक्ट की धारा 66ई के अंतर्गत थाना सदर खरड़, एसएएस नगर में दर्ज किया गया था।