IMA का बड़ा फैसला, आरजी कर के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष की सदस्यता निलंबित
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर की रेप और मर्डर के बाद से देशभर में आक्रोश का माहौल है। इसे लेकर पश्चिम बंगाल में विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। इस मामले में आरजी कर कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से भी सीबीआई लगातार पूछताछ कर रही है। इस अब इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने बड़ा फैसला लिया है। दरअसल आईएमए ने आरजी कर के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष की सदस्यता निलंबित कर दी है। बता दें कि पश्चिम बंगाल में घटी इस घटना पर देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी बयान जारी किया है। उन्होंने इस मामले पर सख्त बयान देते हुए कहा कि वह इस घटना से निराश और भयभीत हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों से वह व्यथित हैं। बस अब बहुत हो गया।
क्या बोलीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा है कि निंदनीय मानसिकता महिलाओं को कमतर इंसान, कम शक्तिशाली, कम सक्षम, कम बुद्धिमान के रूप में देखती है। उन्होंने कहा कि निर्भया केस के बाद से 12 वर्षों में, समाज द्वारा अनगिनत बलात्कारों को भुला दिया गया है। यह भूलने की बीमारी घृणित है। राष्ट्रपति ने कहा कि इतिहास का सामना करने से डरने वाले समाज सामूहिक भूलने की बीमारी का सहारा लेते हैं; अब समय आ गया है कि भारत इतिहास का सामना करे। राष्ट्रपति ने कहा कि हमें इस विकृति से व्यापक तरीके से निपटना चाहिए ताकि इसे शुरू में ही रोका जा सके।
कुणाल घोष का बयान
इसे लेकर कुणाल घोष ने कहा, “आरजी कर अस्पताल को लेकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का बयान आया। उन्होंने उसे लेकर चिंता व्यक्त किया। आरजीकर मामले पर हमारा कहना है कि हम सब, हमारी पार्टी सब न्याय के पक्ष में है और आरोपी को मौत की सजा होनी चाहिए। लेकिन राष्ट्रपति अभी क्यों बोल रही हैं। उन्नाव, हाथरस, महाराष्ट्र, बदलापुर, उत्तराखंड में ये सब हुआ तब वो कहां थीं। गोल्ड मेडलिस्ट साक्षी मलिक का आरोप भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ हुआ था, तब आप कहां थीं। लेकिन अब बंगाल में हुआ तो यह सोशल क्राइम है। लेकिन भाजपा नीत राज्यों में हुआ तब आप कहां थीं। हम आपका सम्मान करते हैं। ऐसा मत कीजिए।”