राज्य में हरित क्षेत्र को बढ़ाने के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने बुधवार को सभी किसानों से खेतों में अपने ट्यूबवेल के आसपास कम से कम चार पेड़ लगाने की अपील की।
अपने कार्यालय में राज्य में वनरोपण अभियान की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि राज्य में वन क्षेत्र को बढ़ाना समय की मांग है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने राज्य में लगभग 3 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है, जिसके लिए आने वाले दिनों में बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया जाएगा।
भगवंत सिंह मान ने कहा कि किसान इस अभियान को जन आंदोलन में बदलने में सक्रिय भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह अन्न उत्पादकों ने देश को खाद्यान्न उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाया है, उसी तरह वे राज्य में हरियाली बढ़ाने में भी अहम भूमिका निभा सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले वर्ष कुल 1.2 करोड़ पौधे रोपे गए थे तथा इस वर्ष यह लक्ष्य बढ़ाकर 3 करोड़ कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि उपायुक्तों को पौधरोपण अभियान में सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए ताकि राज्य भर में हरित आवरण को बढ़ाया जा सके।
भगवंत सिंह मान ने डीसी को अपने-अपने जिलों में खाली पड़ी सरकारी जमीन की पहचान करने के लिए कहा ताकि उस पर बड़े पैमाने पर पौधे लगाना सुनिश्चित किया जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उपायुक्तों को जमीनी स्तर पर पौधे लगाने की मुहिम की निगरानी के लिए राज्य के सभी जिलों का निजी तौर पर दौरा करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि राज्य में 14.01 लाख ट्यूबवेल हैं और यदि प्रत्येक किसान चार पौधे लगाए तो वन क्षेत्र में काफी वृद्धि होगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह बेहद गर्व और संतोष की बात है कि राज्य सरकार ने इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत पहले ही 3.95 लाख ट्यूबवेल कवर कर लिए हैं और बाकी बचे ट्यूबवेल भी इस साल कवर कर लिए जाएंगे।
गुरबाणी से ‘पवन गुरु, पानी पिता, माता धरत महत’ श्लोक उद्धृत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि महान गुरुओं ने वायु (पवन) को शिक्षक, जल (पानी) को पिता तथा भूमि (धरत) को माता के समान बताया है।
भगवंत सिंह मान ने कहा कि अब समय आ गया है कि हमें गुरबाणी की शिक्षाओं को अपने जीवन में आत्मसात करना चाहिए, ताकि राज्य के पर्यावरण को बचाने का संकल्प लेकर राज्य के गौरव को बहाल किया जा सके।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस नेक कार्य के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगी तथा राज्य के लोगों को अधिक से अधिक पेड़ लगाकर राज्य सरकार का सहयोग करना चाहिए।