पंजाब के बागवानी मंत्री चेतन सिंह जौरामाजरा ने बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में फसल विविधीकरण में उल्लेखनीय प्रगति देखी गई है। पिछले 28 महीनों में पंजाब के बागवानी क्षेत्र में वृद्धि को दर्शाने वाले आंकड़े पेश करते हुए चेतन सिंह जौरामाजरा ने कहा कि मार्च 2022 में मौजूदा सरकार के सत्ता में आने के बाद से बागवानी के तहत कुल क्षेत्रफल में 42,406 हेक्टेयर की वृद्धि हुई है। खेती का क्षेत्रफल 4,39,210 हेक्टेयर से बढ़कर 4,81,616 हेक्टेयर हो गया है, जो फसल विविधीकरण की ओर बदलाव का संकेत है।
कैबिनेट मंत्री ने विस्तार से बताया कि पिछले 28 महीनों में बागबानी का क्षेत्रफल 96,686 हेक्टेयर से बढ़कर 1,03,161 हेक्टेयर हो गया है, जिसमें फलों की खेती के लिए 6,475 हेक्टेयर की वृद्धि हुई है, जबकि सब्जियों की खेती में 35,009 हेक्टेयर की बड़ी वृद्धि हुई है, जिससे कुल क्षेत्रफल 3,21,466 हेक्टेयर से बढ़कर 3,56,465 हेक्टेयर हो गया है। जौरामाजरा ने बताया कि सजावटी पौधों की खेती का क्षेत्र 1,728 हेक्टेयर से बढ़कर 2,050 हेक्टेयर हो गया है, जबकि मशरूम की खेती, मेंथा तेल और हल्दी उत्पादन में भी वृद्धि दर्ज की गई है।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि ये संख्याएं बागवानी विभाग के प्रयासों और पंजाब में कृषि विविधीकरण के लिए मुख्यमंत्री मान के दृष्टिकोण की सफलता को दर्शाती हैं। उन्होंने कहा कि बागवानी की ओर यह बदलाव राज्य में टिकाऊ खेती और किसानों की आय में सुधार के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि बागवानी क्षेत्रफल में वृद्धि पंजाब सरकार द्वारा फसल विविधीकरण को बढ़ावा देने तथा किसानों को वैकल्पिक, उच्च मूल्य वाली फसलें अपनाने में सहायता देने के लिए किए जा रहे अथक प्रयासों को दर्शाती है।
बागवानी मंत्री चेतन सिंह जौरामाजरा ने कहा कि राज्य में फसल विविधीकरण को बढ़ावा देने तथा बागवानी को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी की सरकार ने नए नर्सरी नियम (संशोधित) भी जारी किए हैं।