
भारत और कनाडा के बीच हालिया तनावपूर्ण संबंधों के बीच एक नई कूटनीतिक पहल की शुरुआत हुई है। भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कनाडा की हाल ही में नियुक्त विदेश मंत्री अनीता आनंद से बातचीत की, जिसे दोनों देशों के रिश्तों को ‘पटरी पर लाने’ की दिशा में एक सकारात्मक संकेत माना जा रहा है।
बीते कुछ महीनों में खालिस्तानी गतिविधियों, वीज़ा विवाद और राजनयिक तनाव के चलते दोनों देशों के बीच रिश्ते बेहद संवेदनशील हो गए थे। लेकिन अनीता आनंद के विदेश मंत्री बनने के बाद जयशंकर से हुई यह पहली आधिकारिक बातचीत भविष्य की कूटनीतिक दिशा तय करने में अहम मानी जा रही है।
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बातचीत के दौरान क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर सहयोग, व्यापारिक संबंधों को फिर से मजबूत करने और प्रवासी भारतीयों की सुरक्षा को लेकर भी चर्चा हुई। दोनों देशों ने अपने संबंधों को आपसी सम्मान और साझा हितों के आधार पर फिर से मजबूत करने की इच्छा जताई।
जानकारों का मानना है कि यह बातचीत न केवल दोनों देशों के लिए एक ‘रीसेट बटन’ जैसा है, बल्कि इससे भारत-कनाडा के बीच व्यापार, शिक्षा, और रणनीतिक सहयोग को फिर से सक्रिय किया जा सकता है।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में यह कूटनीतिक संवाद कैसे ठोस नीतियों और कार्यों में तब्दील होता है। फिलहाल, इस पहल को वैश्विक मंच पर एक सकारात्मक संकेत के रूप में देखा जा रहा है।