केंद्रीय ऊर्जा, आवास एवं शहरी मामले मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि वर्तमान समय में शासन-प्रशासन के सामने आ रही चुनौतियों का सामना करने के लिए नए युवा पेशेवरों का विजन अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसलिए युवा पेशेवरों के ज्ञान का उपयोग कर शासन को आधुनिक जरूरतों के अनुसार चलाया जाना अति आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि साल 2035 तक देश में बिजली की वर्तमान मांग दोगुनी हो जाएगी और हाउसिंग में 130 करोड जनता को मकान उपलब्ध करवाने होंगें। इन बड़े लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए नए युवा पेशेवरों के विशेष सहयोग की आवश्यकता रहेगी ताकि हम देशभर में नए आयामों को छू सकें।
यह बात मनोहर लाल ने नई दिल्ली स्थित सुषमा स्वराज भवन में हरियाणा में सुशासन सहयोगी कार्यक्रम (सीएमजीजीए) के 8 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए कही।
समारोह में उनके पूर्व सुशासन सहयोगी, हरियाणा के वरिष्ठ अधिकारी, इस कार्यक्रम के निजी क्षेत्र के भागीदार तथा पिछले 15 महीनों से राज्य में काम करने वाले 22 सुशासन सहयोगी उपस्थित रहे।
सीखने और सिखाने का चलता रहेगा क्रम
कार्यक्रम के दौरान मनोहर लाल ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि ‘‘जब मैंने हरियाणा में मुख्यमंत्री के तौर पर राज्य की बागडोर संभाली तो मुझे कोई अनुभव नहीं था और मैं पहली बार विधायक भी बना था।
इस संबंध में जब मैंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी से बात की कि मुझे इस संबंध में कोई अनुभव नहीं है तो उन्होंने कहा कि आप विधायक तो हैं लेकिन जब मैं मुख्यमंत्री बना था तो मैं विधायक भी नहीं था, जब आप कार्य करेंगे तो सीखते जाएंगें अर्थात सीखने व सिखाने का क्रम चलता रहता है।
इसी प्रकार, उन्होंने रोहतक में साल 1996 में आई बाढ़ के बारे में जिक्र करते हुए कहा कि मैं हरियाणा में किसी भी ब्यूरोक्रेट को जानता नहीं था केवल वर्तमान में चीफ सेक्रेटरी टीवीएसएन प्रसाद को जानता था, जो उस समय रोहतक में उपायुक्त थे।
लेकिन मेरे मन में था कि बाढ़ में लोगों की सेवा करनी है तो उस सेवा भाव के साथ मैंने रोहतक में बाढ के दौरान प्रशासन के साथ मिलकर कार्य किया और सीखा। ऐसे ही, उन्होंने बताया कि जब विधानसभा का सत्र लगता है तो भी काफी कुछ सीखने और समझने को मिलता है और कुछ वर्तमान स्थितियां सीखा देती हैं, बस आपमें कुछ करने की ललक होनी चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी के मन में आते हैं अभिनव विचार
मनोहर लाल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ गुजारे समय के अनुभव साझा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के मन में काफी अभिनव विचार आते हैं, तो एक बार मैंने उनसे कहा कि मेरे मन में यह विचार आ रहा है क्या यह कर लिया जाए तो उन्होंने कहा कि आप अपने मन से पूछो अगर सफल होगा तो अच्छा है अन्यथा सीखने को मिलेगा अर्थात देश-प्रदेश के हित का काम है तो अच्छा ही होगा।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि ‘‘जब उन्होंने हरियाणा में मुख्यमंत्री के तौर पर बागडोर संभाली तो हरियाणा को पुलिस पैरालीसस का नाम दिया जाता था। सरकारी सिस्टम में नियम-कायदे नहीं चलते थे। तो हमने इस सिस्टम को ठीक करने के लिए नियम-कायदे से संचालित करने के लिए व्यवस्था बनाने का बीडा उठाया, जो समाज हित में हो और देश-प्रदेश हित में हो।
इसी तहत के सीएम फेलोशिप कार्यक्रम अर्थात सीएमजीजीए कार्यक्रम शुरू किया गया। उन्होंने कहा कि हरियाणा में सीएमजीजीए एक नवीनतम कार्यक्रम शुरू किया गया जो आज एक संस्था/परिवार के रूप में खड़ा हो गया है। इस कार्यक्रम के तहत प्रत्येक दिन नई-नई चीजों को शुरू किया गया और उसके साकारात्मक परिणाम भी सामने आए।
चाहे वो बेटी बचाओ-बेटी पढाओ कार्यक्रम को आगे बढ़ाने की बात हो, सीएम-विंडो कार्यक्रम हो, तालाबों के जीर्णोद्धार के लिए तालाब प्राधिकरण के गठन की बात हो या अन्य हो। इन कार्यक्रमों को सफल बनाने के लिए अधिकारियों के साथ-साथ सुशासन सहयोगियों की भी अहम भूमिका रही है।
हमें सीएमजीजीए कार्यक्रम पर गौरव
उन्होंने कहा कि सीएमजीजीए कार्यक्रम के एक्स-सीएमजीजीए वह स्वयं हैं और हमें सीएमजीजीए कार्यक्रम पर गौरव है जो आज सभी के साथ जुड़ गया हैं।
उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम को लेकर विपक्ष के लोगों ने ब्यानी हमले भी किए परंतु मैंने कहा कि मैंने अपनी सहायता के लिए यह कार्यक्रम संचालित किया है जो डोनर्स की सहायता से संचालित हो रहा है जिसके लिए वे डोनर्स का धन्यवाद करते हैं जिनकी वजह से यह कार्यक्रम आगे बढा।
इसी प्रकार, उन्होंने कहा कि सीएमजीजीए कार्यक्रम नौकरी नहीं थी, बल्कि यह एक साल का कार्यक्रम था जिसके अंतर्गत मेरिट के आधार पर समस्याओं के समाधान के लिए कार्य किया जाता रहा। हालांकि सीएमजीजीए रखने के लिए सिफारिशें भी आती रहीं परंतु मैंने किसी की भी सिफारिश नहीं की।
सीएमजीजीए कार्यक्रम ने युवाओं के लिए एक सोशल एक्सपोजर के रूप में कार्य किया है जो उनके लिए संबल भी बना है क्योंकि एक अच्छा प्लेटफार्म मिलने के बाद भविष्य के लिए आसानी हो जाती है। इस मौके पर उन्होंने सीएमजीजीए कार्यक्रम से जुड़े सभी लोगों को धन्यवाद किया जिन्होंने एक टीम के रूप में सीएमजीजीए कार्यक्रम को सफलतापूर्वक संचालित किया।
अच्छा नेता कहलाने में नहीं होना चाहिए संकोच
उन्होंने कहा कि अच्छा आदमी होने के नाते अच्छा नेता भी कहलाने में संकोच नहीं करना चाहिए। इस पर, उन्होंने प्रधानमंत्री के एक साक्षात्कार का जिक्र करते हुए कहा कि अच्छा नेता कहलाने का श्रेय भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी को जाता है क्योंकि उन्होंने प्रधानमंत्री बनने के बाद नेता की छवि को ठीक करके दिखाया है और आज मोदी जी को दुनियाभर में एक सशक्त लीडर के रूप में जाना जाता है।
उन्होंने कहा कि मैं भी लीक से हटकर काम करने का आदि हूं और कठोर निर्णय लेकर हमने कार्य किए हैं उनमें चाहे नई व्यवस्थाएं खडी करने की बात हो, देश व समाज की सेवा करने की बात हो। इस पर उन्होंने मन समर्पित, तन समर्पित-और यह जीवन समर्पित-चाहता हूँ देश की धरती, तुझे कुछ और भी दूँ पंक्तियां रखी। इसी प्रकार उन्होंने कहा कि माना अंधेरा घना है, मगर दीया जलाना कहां मना है।
2016 में शुरू किया था कार्यक्रम
बता दें कि वर्ष 2016 में हरियाणा में शुरू किया गया मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी कार्यक्रम देशभर में सबसे लंबे समय तक चलने वाला जिला फेलोशिप कार्यक्रम है। इसका उद्देश्य युवा पेशेवरों को शासन में सहयोगी के रूप में शामिल करके शासन और सार्वजनिक सेवा वितरण में सुधार करना है ताकि नागरिक-केंद्रित शासन को बढ़ावा मिल सके।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने सीएमजीजीए के 8 वर्षों के कार्यों को दर्शाने वाली एक फिल्म और कॉफी टेबल बुक भी जारी की। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि मनोहर लाल तथा अन्य द्वारा द्वीप प्रज्वलन से किया गया।
इस मौके पर मुख्य अतिथि मनोहर लाल को पौधा देकर सम्मानित भी किया गया। इस दौरान मनोहर लाल ने राज्य विभिन्न जिलों में तैनात मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगियों (सीएमजीजीए) को प्रशंसा पत्र तथा स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित भी किया।