
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई की। इस एनकाउंटर में 16 नक्सली मारे गए और 2 जवान घायल हो गए। मुठभेड़ के दौरान जवानों ने नक्सलियों से एक ऑटोमैटिक वेपन भी बरामद किया। हालांकि, घायल जवानों ने भी बहादुरी दिखाई और 10 किमी तक कंधे पर शव लादकर अपने कैंप की ओर लौटे। यह घटना सुरक्षाबलों की वीरता और नक्सलवाद के खिलाफ उनकी प्रतिबद्धता को और भी स्पष्ट करती है।
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छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में नक्सलवाद के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपरेशन के दौरान सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली। यहाँ एक मुठभेड़ में 16 नक्सली मारे गए, जबकि दो जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। इस दौरान सुरक्षा बलों ने नक्सलियों से एक ऑटोमैटिक वेपन भी बरामद किया। मुठभेड़ के बाद घायल जवानों ने अपनी वीरता का परिचय देते हुए 10 किमी तक कंधे पर मारे गए नक्सलियों के शव लादकर कैंप तक पहुंचने का कठिन कार्य किया। इस साहसिक कार्य ने यह साबित कर दिया कि भारतीय सुरक्षा बलों की प्रतिबद्धता और नक्सलवाद के खिलाफ उनकी संघर्ष भावना में कोई कमी नहीं आई है। इस कार्रवाई से न केवल नक्सलियों के नेटवर्क को बड़ा धक्का लगा है, बल्कि यह सुरक्षा बलों की मजबूती और सहनशीलता को भी दर्शाता है। छत्तीसगढ़ में इस तरह की कार्रवाई सुरक्षा बलों की नक्सल विरोधी रणनीति की सफलता को और मजबूती प्रदान करती है, जो आने वाले समय में नक्सलवाद के खिलाफ निर्णायक साबित हो सकती है।