बीते कुछ दिनों से अडानी विवाद को लेकर गतिरोध का सामने करने वाले दोनों सदनों राज्यसभा और लोकसभा में कार्यवाही देखने को मिली और अधिकांश विपक्षी दलों ने संसदीय कार्यवाही में भाग लिया। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अडानी विवाद को लेकर सरकार पर जमकर निशाना साधा।
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को उनके आरोपों पर पलटवार भी किया। आज भी संसद में गरमागरम बहस जारी रही और कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की तरफ से संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की जांच या आरोपों की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच की मांग को लेकर मोदी सरकार पर सवाल उठाए गए। विपक्ष के तमाम सवालों के बाद अब बारी देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब दे रहे हैं।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि पहले भी मुझे कई बार राष्ट्रपति जी के अभिभाषण पर धन्यवाद करने का अवसर मिला है। मैं धन्यवाद के साथ-साथ राष्ट्रपति जी का अभिनंदन भी करना चाहता हूं। अपने विजनरी भाषण में राष्ट्रपति जी ने हम सबको और करोड़ों देशवासियों का मार्गदर्शन किया। उनकी उपस्थिति ऐतिहासिक भी है और देश की बहन-बेटियों के लिए बहुत बड़े प्रेरणा का अवसर भी। आदिवासी समाज में जो गौरव की अनुभूति हो रही है और उनका जो विश्वास बढ़ा है। इसके लिए ये सदन और देश उनका आभारी है।