भिवानीः हरियाणा में बीजेपी सरकार से तीन निर्दलीय विधायकों के समर्थन वापसी के बाद से सियासी हलचल तेज है। दरअसल निर्दलीय विधायकों की समर्थन वापसी से नायब सिंह सैनी की सरकार खतरे में आ गई है। विपक्ष जहां मुख्यमंत्री से नैतिकता के आधार पर इस्तीफा की मांग कर रहा है वहीं बीजेपी पूर्ण बहुमत का दावा करते हुए कह रही है कि उसके संपर्क में कुछ विधायक हैं। इस बीच विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने जनता जन नायक पार्टी (जेजेपी) के नेता दुष्यंत चौटाला से कहा है कि वह अपने सभी 10 विधायकों को लेकर चंडीगढ़ पहुंचे। वह भी कांग्रेस के 30 विधायकों के साथ राज्यपाल के पास पहुंच जाएंगे।
कांग्रेस डेलीगेशन राज्यपाल से मुलाकात करेगाः हुड्डा
नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने गुरुवार को कहा कि कांग्रेस डेलीगेशन जल्द ही राज्यपाल से मुलाकात करेगा। कांग्रेस को राज्यपाल के सामने 30 विधायकों की परेड कराने से कोई गुरेज नहीं है। हुड्डा ने कहा कि वर्तमान में बीजेपी सरकार अल्पमत में है। नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देकर राष्ट्रपति शासन लागू कर नए सिरे से चुनाव करवाया जाना चाहिए।
हुड्डा का दावा सरकार के खिलाफ 45 विधायक
भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस के 30, 10 जजपा, 3 निर्दलीय, बलराज कुंडू और इनेलो नेता अभय चौटाला समेत 45 विधायक सरकार के खिलाफ हैं। वर्तमान समय में दो विधायकों के इस्तीफे के बाद विधानसभा में कुल 88 विधायक हैं। हुड्डा ने राज्य सरकार पर नौकरियां बेचने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि एचपीएसई के दफ्तर में करोड़ों पकड़े गए।
दुष्यंत चौटाला ने राज्यपाल को लिखा पत्र
वहीं, जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) नेता दुष्यंत चौटाला ने गुरुवार को राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को पत्र लिखकर उनसे तत्काल हस्तक्षेप की मांग की। पत्र में दुष्यंत ने राज्यपाल से आग्रह किया कि अगर सरकार सदन में बहुमत साबित करने में विफल रहती है तो जल्द से जल्द फ्लोर टेस्ट कराएं और राष्ट्रपति शासन लगाएं।