हरियाणा में विकास और अन्य कार्यों को लेकर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा के बीच नॉन स्टॉप और फुट स्टॉप को लेकर चल रही जुबानी बयान बाजी में अब बीजेपी के अन्य नेताओं ने भी पूर्व मुख्यमंत्री को घेरना शुरू कर दिया है।
इसी कड़ी में मुख्यमंत्री के मीडिया सचिव प्रवीण अत्रे ने सामने आते हुए प्रदेश के विकास को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा को करारा जवाब दिया है। अत्रे ने तो यहां तक कह दिया कि फुट स्टॉप कहते हुए हुड्डा साहब के जहन में उनका खुद का पिछला कार्यकाल घूमता होगा।
प्रदेश में विकास कार्यों को लेकर हो रही बयानबाजी को लेकर मुख्यमंत्री के मीडिया सचिव प्रवीण अत्रे ने कहा कि हरियाणा आज जिस तेजी से प्रगति कर रहा है। फिर चाहे आर्थिक क्षेत्र हो या कृषि का क्षेत्र, महिलाओं की बात हो या फिर युवाओं के रोजगार की बात हो, हर दिशा में हरियाणा बहुत तेजी से प्रगति कर रहा है।
इसलिए हम नॉन स्टॉप हरियाणा की बात करते हैं, लेकिन हुड्डा साहब कह रहे हैं कि नॉन स्टॉप नहीं, फुल स्टॉप है। अत्रे ने कहा कि शायद ऐसा कहते हुए उनके (भूपेंद्र हुड्डा) के जेहन में उनके अपने कार्यकाल का समय घूमता होगा।
प्रवीण अत्रे ने बताया कि आज प्रदेश में कईं कामों पर फुल स्टॉप लगा है, जिसमें हुड्डा के कार्यकाल में होने वाले दलित अत्याचार, युवाओं की नौकरियों में होने वाली बंदरबांट, कांग्रेस के समय में होने वाले भ्रष्टाचार और सीएलयू के नाम पर ली जाने वाली किसानों की जमीन लेने पर फुट स्टॉप लगा है।
उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल व मौजूदा मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने उन सभी कामों पर फुलट स्टॉप लगा दिया है, जिससे कांग्रेस के कार्यकाल में प्रदेश की जनता दुखी और परेशान थी। आज चाहे कानून व्यवस्था की बात हो, या युवाओं के रोजगार की बात हो, फिर चाहे किसानों की मजबूती की बात करें।
इन सब मामलो में हरियाणा नॉन स्टॉप है और वह तेजी से आगे बढ़ रहा है। आज हरियाणा का किसान मजबूत हो रहा है। युवाओं को बिना पर्ची-बिना खर्ची योग्यता के आधार पर नौकरियां मिल रही है। आज प्रदेश में उद्योग तेजी से आगे बढ़ रहे हैं और निवेश आ रहा है। इन सब कामों में हरियाणा नॉन स्टॉप है।
ED कार्रवाई नहीं तो क्या करेगी?
कांग्रेस विधायक राव दान सिंह समेत कुछ अन्य कांग्रेस नेताओं पर हुई हुई ईडी की कार्रवाई को विपक्ष की ओर से द्वेषपूर्ण कार्रवाई बताए जाने पर मुख्यमंत्री के मीडिया सचिव प्रवीण अत्रे ने कहा कि राव दान सिंह के मामले में ईडी ने जो जांच की है, वह करीब 1350 करोड़ की मनी लॉड्रिंग का मामला है।
1350 करोड़ से अधिक का लोन लेकर उसे वापस नहीं किया जाता। उसकी मनी लॉड्रिंग होती है और उस पैसे को इधर-उधऱ भेज दिया जाता है। उसमें ईडी कार्रवाई नहीं करेगी तो क्या करेगी ? अत्रे ने कहा कि ईडी एक स्वतंत्र एजेंसी है। वह हमेशा तथ्यों के आधार पर कार्रवाई करती है।
तथ्य जुटाने के बाद वह कोर्ट जाती है और फिर कोर्ट उस पर अपना फैसला सुनाते हैं। उन्होंने दावा किया कि छापेमारी के दौरान राव दान सिंह के ठिकानों से डेढ़ करोड़ से ज्यादा की नगदी बरामद हुई है।