हरियाणा के पूर्व सीएम चौधरी बंसीलाल की पुत्रवधु व भिवानी के तोशाम से विधायक किरण चौधरी और उनकी बेटी श्रुति चौधरी ने कांग्रेस छोड़ दी है।
वहीं अब इस मामले पर हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान ने आग में घी डालने वाला बयान दिया है। उदयभान ने किरण चौधरी के कांग्रेस छोड़ने को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि पीठ में छुरा घोपने वालों की कांग्रेस में जगह नहीं है।
उन्होंने आगे कहा कि हर किसी को अपना भविष्य चुनने का अधिकार है। वह अपने आप निर्णय ले सकती हैं। इसके अलावा किरण चौधरी की बयानबाजी पर उन्होंने कहा कि बेटी का टिकट कटा, इसलिए उनको जैसा महसूस हो रहा होगा वैसा ही वह बयान दे रही हैं।
इसके अलावा कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि किसी भी नेता का कांग्रेस नेतृत्व के फैंसले पर टिप्पणी करना उचित नहीं है। हर एक को अधिकार है अपना भविष्य चुनने का वह अपना भविष्य चुन सकती हैं।
हरियाणा प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष उदयभान ने कहा है कि कोई भी नेता कोई भी व्यक्ति कहीं भी किसी राजनीतिक दल में जा सकता है। हर व्यक्ति स्वतंत्र है।
किरण चौधरी के जाने से क्या कांग्रेस को नुकसान होगा। इस पर टिप्पणी करते हुए उदयभान ने कहा कि कांग्रेस को बिल्कुल किसी तरह का कोई नुकसान नहीं होगा। क्योंकि किरण चौधरी पिछले लंबे अरसे से पार्टी की पीठ में छुरा घोप रही थी।
उल्लेखनीय है कि हरियाणा के अंदर कांग्रेस धड़ेबाजी में बटी हुई है यह किसी से छुपा नहीं है कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा तथा उदयभान एक को है तथा दूसरा गुट शैलजा रणदीप तथा किरण चौधरी का समानांतर हरियाणा में चला है।
इस ग्रुप को एसआरके का भी नाम दिया गया है। 19 जून यानी आज किरण चौधरी के भाजपा में शामिल हो जाने के बाद एसआरके ग्रुप बीएसआर ग्रुप हो जाएगा।
बी का अर्थ बृजेंद्र सिंह तथा उनके पिता वीरेंद्र सिंह से है। यह लोग भाजपा छोड़ कर कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। भले ही कांग्रेस ने इनको हिसार लोकसभा से चुनावों में टिकट न दी हो मगर अब यह कांग्रेस के लिए सक्रिय हैं। चौधरी वीरेंद्र सिंह अतीत में पहले 42 साल से अधिक कांग्रेस में रहे हैं तथा गांधी परिवार के काफी करीबी है।