दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को कांग्रेस को बड़ा झटका देते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) का इस पुरानी पार्टी के साथ गठबंधन स्थायी नहीं है।
उन्होंने कहा कि फिलहाल आप और कांग्रेस का उद्देश्य भाजपा को हराना है। इंडिया टुडे के राजदीप सरदेसाई से खास बातचीत में केजरीवाल ने कहा, “मैं कांग्रेस के साथ स्थायी विवाह में नहीं हूं। हमारा उद्देश्य फिलहाल भाजपा को हराना है।”
आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि 4 जून को एक “बड़ा आश्चर्य” होने वाला है, जब विपक्षी दल भारत गठबंधन लोकसभा चुनाव जीतेगा।
दिल्ली में आप कांग्रेस के साथ गठबंधन में है, जबकि दोनों पार्टियां पंजाब में एक-दूसरे के खिलाफ लड़ रही हैं। इसके अलावा उन्होंने कथित दिल्ली शराब नीति घोटाले में अपनी गिरफ्तारी के बारे में भी बात की।
उन्होंने कहा कि मेरा जेल वापस जाना कोई मुद्दा नहीं है। इस देश का भविष्य दांव पर है… वे मुझे जब तक चाहें जेल में रखें, मैं डरने वाला नहीं हूं।” केजरीवाल ने कहा कि वह दिल्ली के सीएम पद से इस्तीफा दे देंगे, क्योंकि भाजपा ऐसा चाहती है।
फिलहाल अरविंद केजरीवाल 1 जून तक लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार करने के लिए अंतरिम जमानत पर हैं। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार उन्हें 2 जून को तिहाड़ जेल में आत्मसमर्पण करना होगा।
इस महीने की शुरुआत में राजनीतिक विश्लेषक प्रशांत किशोर ने कहा था कि केजरीवाल के जेल से बाहर आने से भाजपा को नहीं बल्कि कांग्रेस को नुकसान होगा।
किशोर ने बताया कि केजरीवाल के जेल से बाहर आने से आप नेताओं और कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ेगा, जबकि उन्होंने कहा कि इससे दिल्ली और पंजाब से आगे मतदाताओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
उन्होंने यह भी कहा कि आप केवल 22 सीटों पर लड़ रही है- 14 पंजाब में, 7 दिल्ली में और 1 गुजरात में। उन्होंने कहा कि इन 22 में से 14 पंजाब में हैं, जहां सीधा मुकाबला आप और कांग्रेस के बीच है। अगर आप को पंजाब में फायदा होता है, तो कांग्रेस को नुकसान होगा।