डॉ संजय सिंह ने धारा 370 अर्थात राष्ट्रवाद के मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी से त्यागपत्र देकर बीजेपी का साथ देते हुए सिद्ध कर दिया कि “वह जो कहते हैं उसे पूरा करते हैं”- जे०पी०नड्डा
अमेठी – भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा अपने एकदिवसीय अमेठी दौरे पर सर्वप्रथम जहां जनपद मुख्यालय गौरीगंज में जनसभा को संबोधित करते हुए बीजेपी प्रत्याशी चंद्र प्रकाश मिश्र मटियारी को भारी बहुमत से जिताने की अपील आम जनमानस से किया। वही दूसरी जनसभा के लिए वह 186 विधानसभा अमेठी के मुंशीगंज स्थित आर आर आई एस एम टी कॉलेज मैदान में पहुंचे जहां पर बीजेपी प्रत्याशी एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉक्टर संजय सिंह के साथ उनकी धर्मपत्नी पूर्व प्राविधिक शिक्षा मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार रानी अमिता सिंह सहित भारतीय जनता पार्टी के नेता पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का जोरदार स्वागत किया। तदुपरांत जेपी नड्डा ने उपस्थित अपार जनसमूह को संबोधित करते हुए समाजवादी पार्टी पर जोरदार हमला बोला इस दौरान उन्होंने कहा कि- आपको याद होगा 23 नवंबर 2007 को अयोध्या लखनऊ और वाराणसी के कचहरी में सीरियल बम ब्लास्ट हुआ था। जिसमें 15 लोग मारे गए थे और 50 लोग घायल हुए थे । इस ब्लास्ट की जिम्मेदारी इंडियन मुजाहिदीन ने ली थी। इसके साथ-साथ उन्होंने मुंबई के लोकल ट्रेन और श्रमजीवी की घटना दिल्ली में सरोजनी नगर के गोविंदपुरी में हुए बम ब्लास्ट की घटना की जिम्मेदारी ली थी । उस केस में तारिक हाशमी नाम का पहला व्यक्ति जो आजमगढ़ का रहने वाला था और दूसरा व्यक्ति खालिद मुजाहिद जौनपुर का रहने वाला था। यही दोनों लोग पकड़े गए थे और सारे मुकदमे इनके ऊपर लगे हुए थे। इन दोनों लोगों को अखिलेश जी ने 26 अप्रैल 2012 को बतौर मुख्यमंत्री इनके केस वापस ले लिए थे। जबकि इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कहा था कि आप उनके केस वापस नहीं ले सकते हो । यह भारतीय संविधान की आईपीसी के तहत आतंकवादी का केस है। अखिलेश के मुख्यमंत्री काल में 200 दंगे उत्तर प्रदेश में हुए हैं। जबकि पिछले 5 वर्षों में योगी आदित्यनाथ की सरकार में एक भी दंगे नहीं हुए। यह नेतृत्व का फरक है जो हम सब को समझना चाहिए । मुजफ्फरनगर में पिछले 5 साल पहले 93 लोग मारे गए थे कैराना से 60 परिवार पलायन कर गए थे। वह पलायन करने वाले आज वापस आ गए और अमन चैन शांति से रह रहे हैं । यह हम को समझना पड़ेगा और ध्यान रखना पड़ेगा। समाजवादी पार्टी के आधे नेता जेल से लड़ रहे हैं आधे नेता बेल पर लड़ रहे हैं। अखिलेश जी की भाषा देखिए जो इनको साहब साहब करके संबोधित करते हैं । जो मर्डर के मुकदमे में अंदर होते हैं जो जमीन हड़पने के मुकदमे में अंदर होते हैं उनको साहब कहके बुलाएं तो यह कौन सी दोस्ती है तो दोस्ती यही है कि तुम जेल के अंदर देखो और मैं जेल के बाहर देखूंगा और तुम्हारी रक्षा करूंगा। अखिलेश ने कानून के प्रति आंखों में पट्टी बांधी थी और योगी जी ने कानून की रक्षा करने का प्रण लिया था। इसलिए उत्तर प्रदेश से माफिया राज खत्म हुआ 5 साल पहले मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद और आजम खान दनदनाता रहता था। आजकल 5 साल से यह तीनों लोग जेल के अंदर हैं और गुल्ली डंडा खेल रहे हैं। सभी पार्टियों ने समझौता कर लिया था तुष्टीकरण की राजनीति उनका स्वभाव बन चुकी है। सिर्फ भारतीय जनता पार्टी की है जो सालों से कह रही थी कि एक देश में दो विधान दो संविधान दो प्रावधान नहीं होना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की इच्छा शक्ति और गृह मंत्री अमित शाह की रणनीति ने धारा 370 को धराशाई किया। आगे राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बीजेपी प्रत्याशी डॉक्टर संजय सिंह की तारीफ करते हुए कहा कि उस समय डॉक्टर संजय सिंह ने धारा 370 के लिए अर्थात अपने देश के लिए अपने राष्ट्र के लिए राज्यसभा की सीट त्याग दी थी और देश के लिए अपना योगदान किया था। डॉक्टर संजय सिंह जो कहते हैं वह करते हैं यह उनका शुभ भाव है इसलिए आप लोग भारी बहुमत से डॉ संजय सिंह को जीत दर्ज कराते हुए विधायक चुनकर लखनऊ भेजें जिससे उत्तर प्रदेश नंबर 1 बन सके।