देश भर में 80 फीसदी से ज्यादा लोकसभा सीटों पर वोटिंग हो चुकी है। छठे फेज में 25 मई को दिल्ली, हरियाणा समेत 57 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। चुनाव के बीच हरियाणा की कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट भी काफी हाईप्रोफाइल हो गई है।
हरियाणा के कुरुक्षेत्र में जैसे-जैसे मतदान की तारीख नजदीक आ रही है। वैसे-वैसे सियासी तपिश भी बढ़ रही है। कुरुक्षेत्र का चुनावी लड़ाई कई मायनों में अहम मानी जा रही है।
क्योंकि यहां एनडीए प्रत्याशी नवीन जिंदल और इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार सुशील गुप्ता के बीच सीधा मुकाबला देखने को मिल रहा है।
आपको बता दें कि नवीन जिंदल इस बार के लोकसभा चुनाव के सबसे अमीर उम्मीदवारों में से एक हैं। लेकिन सुशील गुप्ता जिंदल को कड़ी टक्कर दे रहे हैं।
कुरुक्षेत्र में 25 मई को मतदान होना है। कुरुक्षेत्र की तपती चुनावी रणभूमि में सुशील गुप्ता ने हर विधानसभा में किलाबंदी कर दी है। यूं तो भाजपा की तरफ से विपक्षी गठबंधन में एकता ना होने का दावा किया जाता रहा है।
लेकिन कुरुक्षेत्र और पूरे हरियाणा में गठबंधन की एकजुटता साफ़ दिखाई भी दे रही है। सुशील गुप्ता को जिताने के लिए इंडिया गठबंधन के नेता खूब मेहनत बहा रहे हैं।
बीते दिनों दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने गुप्ता के समर्थन रोड शो किया। इस दौरान उन्होंने जनता से सुशील गुप्ता को जिताने की अपील की।
वहीं कांग्रेस के कद्दावर नेता भी सुशील गुप्ता के समर्थन में जनसभाएं कर रहे हैं। बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा भी गुप्ता के लिए वोट की अपील कर रहे हैं।
सोमवार को यमुनानगर में कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने हरियाणा की सभी 10 की 10 लोकसभा सीट जीतने का दावा किया और कहा कि अगर इंडिया गठबंधन की सरकार बनानी है तो सुशील गुप्ता को जिताना जरूरी है। उन्होंने क्या कुछ कहा आप खुद ही सुन लीजिए।
वहीं सुशील गुप्ता भी जमीनी स्तर पर अपने पक्ष में माहौल बनाने के लिए खूब पसीना बहा रहे हैं। गुप्ता विभिन्न विधानसभाओं और पंचायतों में जाकर जनता से मतदान की अपील कर रहे हैं।
इसी कड़ी में उन्होंने बुधवार को कुरुक्षेत्र के पेहवा में एक सभा को संबोधित किया। उन्होंने अच्छे स्कूल, अस्पताल और 300 यूनिट फ्री बिजली देने जैसी कई घोषणाएं की।
कई सामाजिक संगठन, भारतीय किसान यूनियन, सरपंच असोसिएशन, आढ़ती-मज़दूर सुशील गुप्ता को अपना समर्थन दे रहे हैं। वहीं भाजपा प्रत्याशी नवीन जिंदल भी जनता को लुभाने के लिए एड़ी चौटी का जोर लगा रहे हैं।
उनके समर्थन में भी भाजपा नेता रैलियां कर रहे हैं और और बड़े-बड़े धर्मप्रचारक अपना आशीर्वाद दे रहे हैं। अगर बात की जाए मुद्दे की तो हरियाणा के चुनावी रण में सबसे बड़ा मुद्दा किसानों का है।
किसानों का मुद्दा हर मुद्दे पर भारी है। किसान आंदोलन का मुद्दा धरातल पर साफ नजर आता है। ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि कुरुक्षेत्र के किसान किसके नाम पर मुहर लगाएंगे। 4 जून को साफ हो जाएगा कि कुरुक्षेत्र में किसका सिक्का चलता है।