मुख्यमंत्री श्री भगवंत सिंह मान के निर्देशों के अनुसार राज्य में पराली जलाने की घटनाओं को शून्य पर लाने के लिए पंजाब कृषि एवं किसान कल्याण विभाग ने धान की कटाई के मौसम 2024 के दौरान मशीनरी और अन्य उपाय उपलब्ध कराने के लिए 500 करोड़ रुपये की कार्य योजना तैयार की है।
आज यहां यह जानकारी देते हुए पंजाब के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री गुरमीत सिंह खुडियां ने बताया कि विभाग को खरीफ सीजन 2024 के दौरान विभिन्न फसल अवशेष प्रबंधन (सीआरएम) मशीनरी पर सब्सिडी प्राप्त करने के इच्छुक किसानों, सहकारी समितियों, एफपीओ और पंचायतों से 21,511 आवेदन प्राप्त हुए हैं और किसानों ने 63,697 मशीनों के लिए आवेदन किया है।
उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत किसान सीआरएम उपकरणों की लागत पर 50 प्रतिशत सब्सिडी का लाभ उठा सकते हैं, जबकि सहकारी समितियों, एफपीओ, पंचायतों के लिए 80 प्रतिशत सब्सिडी योजना के दिशानिर्देशों के अनुसार अधिकतम तक सीमित है।
उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत सुपर एसएमएस, सुपर सीडर, सरफेस सीडर, स्मार्ट सीडर, हैप्पी सीडर, पैडी स्ट्रा चॉपर, श्रेडर, मल्चर, हाइड्रोलिक रिवर्सिबल मोल्ड बोर्ड प्लाऊ तथा इन-सीटू प्रबंधन के लिए जीरो टिल ड्रिल तथा एक्स-सीटू मशीनों में बेलर और रेक सब्सिडी पर उपलब्ध करवाए जा रहे हैं।
स. गुरमीत सिंह खुडियां ने बताया कि वर्ष 2018-19 से 2023 तक राज्य के किसानों को 1,30,000 सीआरएम मशीनें उपलब्ध करवाई गई हैं। उन्होंने बताया कि कृषि विभाग किसानों को फसल अवशेषों के प्रबंधन के लिए उपलब्ध तकनीकों के बारे में शिक्षित और प्रशिक्षित करने के लिए सूचना शिक्षा और संचार अभियान भी शुरू करेगा, क्योंकि राज्य सरकार पराली जलाने की समस्या के समाधान के लिए हर संभव कदम उठा रही है।
कृषि मंत्री ने विभाग के अधिकारियों को पूरी प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए भी कहा तथा नियमों और विनियमों का उल्लंघन करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।