
राहुल गांधी ने हाल ही में संसद में एक बयान दिया, जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री के चीन और विदेश मंत्री के बारे में आलोचना की। उनका कहना था कि प्रधानमंत्री का आइडिया अच्छा था, लेकिन वह पूरी तरह से फेल हो गया। राहुल गांधी ने चीन के साथ संबंधों और विदेश मंत्री की भूमिका पर सवाल उठाए, जिससे संसद में हलचल मच गई। उनके इस बयान ने विपक्ष और सरकार के बीच तीखी बहस छेड़ दी। सरकार ने राहुल गांधी के आरोपों को निराधार बताया, वहीं विपक्ष ने इसे देशहित में गंभीर चिंता का विषय बताया।
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राहुल गांधी के इस बयान ने संसद में गहरे विवाद को जन्म दिया। उनका आरोप था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के मामले में जो पहल की थी, वह पूरी तरह से असफल साबित हुई है, और विदेश मंत्री जयशंकर ने इस मुद्दे पर सही तरीके से प्रतिक्रिया नहीं दी। राहुल गांधी ने यह भी कहा कि सरकार ने चीन से निपटने के लिए जो रणनीति बनाई थी, वह न केवल कमजोर साबित हुई, बल्कि इसके चलते देश की सुरक्षा भी खतरे में पड़ी। इस बयान पर सत्ता पक्ष ने तीखा जवाब दिया और राहुल गांधी की आलोचना की, जबकि विपक्ष ने उन्हें समर्थन दिया और इस मुद्दे को राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा महत्वपूर्ण विषय बताया।