उत्तर और पूर्वोत्तर भारत में कुछ स्थानों पर घने कोहरे के कारण दृश्यता का स्तर शून्य रहा, जिससे रेल यातायात प्रभावित रहा। उपग्रह से प्राप्त तस्वीरों में दिखाई दिया कि बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में कोहरे में कुछ कमी आई है।
वहीं पंजाब, हरियाणा, पश्चिम राजस्थान, बिहार, दिल्ली, पश्चिम उत्तर प्रदेश, झारखंड, ओडिशा और असम के कुछ हिस्सों में बेहद घना कोहरा छाया रहा।
भारतीय रेलवे के एक प्रवक्ता ने कहा कि कोहरे के कारण दिल्ली आने वाली 18 रेलगाड़ियां 6 घंटे तक की देरी से चल रही हैं।
सुबह 5 बजकर 30 मिनट पर पटियाला, अमृतसर, अंबाला, हिसार, बीकानेर और पूर्णिया में दृश्यता का स्तर 25 मीटर और चुरू, गंगानगर, झांसी, रांची, पारादीप और लखीमपुर में 50 मीटर था।
दिल्ली में इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय (आईजीआई) हवाई अड्डे के पास पालम वेधशाला में दृश्यता का स्तर 50 मीटर तक सीमित था। सुबह साढ़े 8 बजे तक यह सुधरकर 350 मीटर हो गया।
उत्तर और पूर्वोत्तर भारत में सुबह-सुबह कोहरा छाए रहने के कारण पिछले एक पखवाड़े में सड़क, रेल और हवाई यातायात काफी प्रभावित रहा।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि अगले 5 दिन तक उत्तर भारत में ‘घने’ से ‘बहुत घना’ कोहरा और ‘शीत दिवस’ की स्थिति बने रहने का अनुमान है।
आईएमडी ने कहा कि पश्चिमोत्तर भारत में 5 दिनों तक शीत लहर से लेकर गंभीर शीत लहर की स्थिति जारी रहने की संभावना है।
विभाग के अनुसार मैदानी इलाकों में यदि न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है या जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री या उससे नीचे हो जाता है तो ‘शीत लहर’ की स्थिति बन सकती है।