
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के प्रमुख ने हाल ही में घोषणा की है कि भारत 2027 में अपनी पहली पूर्ण मानव अंतरिक्ष उड़ान को अंजाम देगा। इस महत्वाकांक्षी मिशन का नाम गगनयान है, और यह भारतीय अंतरिक्ष इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ने जा रहा है। इस मिशन के तहत भारतीय अंतरिक्ष यात्री पृथ्वी की कक्षा में एक विशेष यान के माध्यम से भेजे जाएंगे।
ISRO की तैयारी:
ISRO चीफ के अनुसार, अभी तक दो परीक्षण मिशन किए जा चुके हैं और एक और मानव रहित मिशन 2025 तक भेजा जाएगा, जिसके बाद 2027 में वास्तविक मानव उड़ान संभव होगी। इसमें क्रू एस्केप सिस्टम, लाइफ सपोर्ट सिस्टम और लॉन्ग-ड्यूरेशन फ्लाइट की पूरी टेस्टिंग होगी। DRDO और HAL जैसी संस्थाएं भी इस मिशन का हिस्सा होंगी।
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गगनयान की खास बातें:
गगनयान मिशन के तहत तीन भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को लगभग 400 किमी की ऊंचाई पर पृथ्वी की निचली कक्षा (Low Earth Orbit) में भेजा जाएगा, जहां वे कुछ दिनों तक विज्ञान और टेक्नोलॉजी से जुड़ी गतिविधियां अंजाम देंगे। यान को GSLV Mk III रॉकेट के ज़रिए लॉन्च किया जाएगा।
भारत की वैश्विक स्थिति:
इस मिशन के सफल होने पर भारत अमेरिका, रूस और चीन के बाद मानव को अंतरिक्ष में भेजने वाला दुनिया का चौथा देश बन जाएगा। यह मिशन भारत की तकनीकी क्षमता और वैश्विक अंतरिक्ष प्रतिस्पर्धा में उसके महत्व को दर्शाता है।