
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुआ आतंकी हमला भारत की आंतरिक सुरक्षा पर एक गंभीर प्रहार था। इस हमले में कई जवान घायल हुए, और इसे पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों द्वारा अंजाम दिए जाने की आशंका जताई जा रही है। इस हमले के बाद पूरे देश में आक्रोश की लहर दौड़ गई और सरकार पर जवाबी कार्रवाई का दबाव बनने लगा।
भारत की एयर स्ट्राइक – निर्णायक कार्रवाई
हमले के बाद भारत सरकार ने तेज़ी से कदम उठाते हुए सीमापार आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की। यह सर्जिकल कार्रवाई बेहद सुनियोजित तरीके से की गई, जिसमें पाकिस्तान में सक्रिय कई आतंकी कैंप नष्ट किए गए। भारतीय वायुसेना की इस कार्रवाई ने एक बार फिर साबित कर दिया कि भारत अब हर हमले का जवाब निर्णायक तरीके से देगा।
Also read this: Raid 2 ने 1 दिन में कमाए इतने करोड़, Jaat को हराया
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया – दबाव में इस्लामाबाद
भारत की एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान की सरकार और सेना पर अंतरराष्ट्रीय दबाव और आंतरिक आलोचना दोनों बढ़ गई हैं। पाकिस्तानी मीडिया में भी इस कार्रवाई को लेकर गहमागहमी है, वहीं वहां की जनता में भी स्थिति को लेकर असमंजस है। पाकिस्तान ने हमेशा की तरह संयम की बात कही है, लेकिन उसकी कथनी और करनी में फर्क अब साफ दिखाई देने लगा है।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया – भारत को समर्थन
भारत की इस कार्रवाई को दुनिया भर में समर्थन मिला है। अमेरिका, फ्रांस, जापान जैसे देशों ने भारत के आत्मरक्षा के अधिकार को जायज़ ठहराया है और आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाने की अपील की है। संयुक्त राष्ट्र ने भी कहा है कि आतंकवाद के खिलाफ हर देश को ठोस कदम उठाने का अधिकार है।
आगे क्या?
भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया घटनाक्रम से साफ है कि दोनों देशों के रिश्ते फिलहाल सुधार की दिशा में नहीं हैं। भारतीय सुरक्षा एजेंसियां किसी भी परिस्थिति के लिए तैयार हैं, और सीमा पर निगरानी बढ़ा दी गई है। आने वाले दिनों में यह देखना अहम होगा कि पाकिस्तान की ओर से कोई ठोस कदम उठाया जाता है या नहीं।