
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने स्पष्ट कहा है कि दो पहिया वाहनों को राष्ट्रीय राजमार्गों पर टोल टैक्स देने की कोई योजना नहीं है। उन्होंने मीडिया की अफवाहों को गलत साबित करते हुए कहा कि वर्तमान में सिर्फ भारी वाहनों या चार पहिया से ऊपर के वाहनों से ही टोल लिया जाता है, क्योंकि वही सड़क पर अधिक नुकसान पहुँचाते हैं ।
क्या है स्थिति:
टू व्हीलर पर कोई प्रस्ताव नहीं — नितिन गडकरी का स्पष्ट कहना है कि “कोई प्रस्तावित निर्णय नहीं है” और दो पहिया वाहन पूरी तरह से छूट पर रहेंगे ।
अक्सर बताया जा रहा था कि 15 जुलाई से लागु होगा, लेकिन यह पूरी तरह से बेसबूत अफवाह थी और कोई आधिकारिक सूचना नहीं दी गई ।
**क्या देना होगा टोल?** नहीं – अभी तक कोई प्रस्ताव नहीं है, और ऐसा करने की योजना नहीं है
**कब शुरू हो रहा है?** कोई तारीख तय नहीं है (15 जुलाई जैसी खबरें गलत हैं)
**क्यों टोल नहीं?** सरकार ने साफ कहा है कि दोपहिया वाहन सड़क पर कम नुकसान पहुंचाते हैं, इसलिए छूट बनी रहेगी
सम्भव है कि किसी मीडिया ने FASTag वार्षिक पास योजना (₹3,000 में 200 ट्रिप्स) को लेकर भ्रम फैलाया हो, लेकिन यह योजना चार पहिया निजी वाहनों से जुड़ी है, दोपहिया वाहनों से नहीं ।
इस समय कंफ्यूज़ होने की कोई आवश्यकता नहीं – दोपहिया वाहन चालक बिना किसी टोल टैक्स के राष्ट्रीय राजमार्गों का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह स्थिति आज (26 जून 2025) की है और भविष्य में बदलने की कोई संकेत नहीं दिखाई दे रहे।
यदि आप FASTag, वार्षिक पास, या भविष्य में नियमों में बदलाव जैसे किसी अन्य पहलू पर जानकारी चाहते हैं, तो बेझिझक पूछिए—मैं वह भी स्पष्ट कर दूँगा।