
भारत में एक बार फिर से कोरोना वायरस (COVID-19) के मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है। हाल के स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, केरल और महाराष्ट्र ऐसे दो राज्य हैं जहां सबसे अधिक मामले दर्ज किए जा रहे हैं। इससे लोगों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि क्या यह एक नई लहर की शुरुआत है?
विशेषज्ञों का मानना है कि वायरस का म्यूटेशन और लोगों की लापरवाही इसके पीछे के बड़े कारण हो सकते हैं। हालांकि फिलहाल मामलों की संख्या नियंत्रण में है, लेकिन कुछ जिलों में टेस्टिंग बढ़ा दी गई है और मास्क पहनने की सलाह दी जा रही है।
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केरल में रोज़ाना दर्ज हो रहे केसों की संख्या अन्य राज्यों के मुकाबले अधिक है। वहीं महाराष्ट्र में भी कुछ इलाकों में क्लस्टर केस सामने आए हैं। स्वास्थ्य विभाग सतर्क है और स्थानीय प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि वे निगरानी और रिपोर्टिंग पर विशेष ध्यान दें।
सरकार ने अभी तक लॉकडाउन या बड़े प्रतिबंधों की घोषणा नहीं की है, लेकिन विशेषज्ञ लोगों से सतर्क रहने और टीकाकरण करवाने की अपील कर रहे हैं। मास्क पहनना, हाथ धोना और भीड़भाड़ से बचना अभी भी जरूरी है।
फिलहाल भारत को डरने की जरूरत नहीं है, लेकिन सतर्क रहना बहुत जरूरी है। समय रहते सावधानी बरतने से किसी भी संभावित लहर को रोका जा सकता है।