हरियाणा के मुख्यमंत्री ने 2 पुलिस अधिकारियों को किया निलंबित, तीसरे पर होगी विभागीय कार्रवाई
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पानीपत में मारपीट और हथियारों से हमला करने के मामले में उचित जांच करने में विफल रहने पर हरियाणा पुलिस के 2 अधिकारियों को निलंबित कर दिया है।
इसके साथ ही तीसरे अधिकारी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू करने का आदेश दिया है। उन्होंने इस मामले की मुख्यालय स्तर पर जांच कर 20 फरवरी 2024 तक रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है।
मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी भुपेश्वर दयाल ने बताया कि पानीपत निवासी राजेश गुप्ता ने पुलिस में शिकायत दर्ज करायी है कि उनकी कंपनी को अत्तर राइस एंड जनरल मिल्स से 18 फुट चौड़ी सड़क मिली है।
उन्होंने दावा किया कि 19 सितंबर 2021 को सुबह 9 बजे, अतरचंद मित्तल और उनके 2 बेटों, अंकुर मित्तल और मनीष मित्तल ने 40-50 लोगों के साथ उनके रास्ते में बाधा डाली।
वे शाम को लगभग 100 लोगों के साथ लौटे और उन पर जानलेवा हमला करने का प्रयास किया और गोलियां चलाईं। शिकायत के बाद मामले की जांच तत्कालीन ASI रामनिवास और इंस्पेक्टर उम्मर मोहम्मद ने की थी।
जांच रिपोर्ट में निष्कर्ष निकाला गया कि आरोप निराधार थे। दयाल ने बताया कि इसके बाद संजय गुप्ता ने इस मुद्दे को लेकर सीएम विंडो पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई।
इसके बाद मुख्यमंत्री के निर्देश के क्रम में मुख्यालय स्तर पर मामले की गहन जांच कराने का निर्देश दिया गया। मामला एक बार फिर जांच के लिए करनाल पुलिस को भेजा गया।
साथ ही उन्होंने बताया कि करनाल रेंज के पुलिस महानिरीक्षक की एक रिपोर्ट प्राप्त हुई है, जिसमें प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के बंद होने पर संदेह व्यक्त किया गया है।
मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी भूपेश्वर दयाल के मुताबिक, अब मुख्यमंत्री ने इस मामले में तत्कालीन ASI राम निवास और इंस्पेक्टर उम्मर मोहम्मद को निलंबित करने का निर्देश दिया है।
साथ ही मुख्यमंत्री ने उस तीसरे अधिकारी के खिलाफ भी विभागीय कार्रवाई शुरू करने के आदेश दिए, जिसने मामले की जांच मुख्यालय स्तर पर कराने की बजाय करनाल पुलिस को भेज दी थी।
इसके अलावा मुख्यमंत्री ने इस मामले की मुख्यालय स्तर पर नये सिरे से जांच के निर्देश दिये हैं और 20 फरवरी 2024 तक रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है।