आम आदमी पार्टी(आप) ने सुखबीर बादल के ‘आप’ विधायकों को मलंग कहने वाले बयान की सख्त शब्दों में निंदा की है और कहा कि यह बयान उनकी सामंतवादी सोच को दर्शाता है।
बुधवार को पार्टी मुख्यालय चंडीगढ़ में एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए ‘आप’ पंजाब के मुख्य प्रवक्ता मलविंदर सिंह कंग ने कहा कि आम आदमी पार्टी के 92 विधायकों को पार्टी के कार्यकर्ताओं ने नहीं बल्कि पंजाब के 3 करोड़ लोगों ने लोकतांत्रिक तरीके से अपना प्रतिनिधि चुना है।
इसलिए सुखबीर बादल को पंजाब की जनता की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए। यह बयान बताता है कि आम लोगों के प्रति सुखबीर बादल का व्यवहार राजतंत्र वाली प्रजा की तरह है।
ये लोग आम साधारण पंजाबियों को अपना नौकर समझते हैं और सत्ता को अपना जन्मसिद्ध अधिकार समझते हैं। ये लोग आम लोगों को कीड़े-मकोड़े समझते हैं।
इनको लगता है कि बड़ी-बड़ी कारों और बड़े जायदादों वाले लोग ही विधायक मंत्री बनने चाहिए, जिनको सिर्फ अपने परिवार, रिश्तेदारों और अपने निजी फायदे से ही मतलब है।
निजी फायदे के लिए ही सुखबीर बादल ने अपनी सरकार के दौरान कैबिनेट मीटिंग से प्रस्ताव पास करवाकर जंगलात विभाग की जमीन अपने होटल के लिए ले ली और ट्रांसपोर्ट विभाग की गाइडलाइनों की उल्लंघना कर अपनी लग्जरी बसें चलवाई।
कंग ने कहा कि अकाली दल, भाजपा और कांग्रेस तीनों पार्टियों में सामंतवादी सोच वाले लोग भरे हुए हैं। कुछ महीने पहले विरोधी दल के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने भी जालंधर में आप के विधायकों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि ये किस तरह के आइटम आ गए हैं। सुनील जाखड़ भी इसी मानसिकता के लोग है। इन लोगों ने सत्ता में रहते हुए सिर्फ अपने फायदे कमाए हैं।
कंग ने कहा कि अकाली दल बादल पंथक पार्टी होने का झूठा दावा करती है और सुखबीर बादल की पंजाब बचाओ यात्रा पंजाब व पंथ को बचाने के लिए नहीं है। यह यात्रा परिवार बचाओ यात्रा है।
उन्होंने कहा कि बाबा काह्न सिंह नाभा ने अपनी लेखनी में मलंग का मतलब बेपरवाह बताया है। ऐसा आदमी जिसमें कोई लालच न हो। यह सही भी है क्योंकि हमारे मुख्यमंत्री, मंत्री और विधायकों में कोई लालच नहीं है।
हम सेवा भावना के तहत पंजाब की बेहतरी के लिए और इन लुटेरों, जिनकी कई पीढियां पंजाब पर राज कर अपने बड़े-बड़े अंपायर खड़े कर लिए और पंजाब के नौजवानों को दर-दर भटकने के लिए मजबूर किया, से पंजाब को बचाने की राजनीति कर रहे हैं।