सीएम मान पंजाब की जनता को देंगे सौगात, 100 से अधिक मोहल्ला क्लीनिक का करेंगे शुभारंभ
भारतीय समाज में एक आम व्यक्ति सबसे अधिक स्वास्थ्य को लेकर चिंतित रहता है। गरीब या मध्यम वर्ग का परिवार के मन में महंगी स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर खासा चिंता रहती है।
लेकिन आम आदमी पार्टी दिल्ली के बाद अब पंजाब में सस्ती और अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए तत्पर नज़र आ रही है। इस बीच पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान 100 से अधिक मोहल्ला क्लीनिक की शुभारंभ करने जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान आज 5वें फेज में इन क्लीनिकों का उद्घाटन करेंगे। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान पठानकोट से इन नए मोहल्ला क्लीनिक का उद्घाटन करेंगे।
हालांकि, अन्य जिलों में कार्यक्रम का लाइव टेलिकास्ट भी किया जाएगा। आपको बता दें कि पहले अक्तूबर 2023 में और फिर 26 जनवरी को इन क्लीनिकों का उद्घाटन किया जाना था।
लेकिन कुछ कारणों के चलते यह टाल दिया गया। हालांकि, अब आधुनिक सुविधाओं से लैस मोहल्ला क्लीनिक को जनता को समर्पित कर दिया जाएगा।
नए मोहल्ला क्लीनिक खुलने के बाद पंजाब में तकरीबन 650 से अधिक मोहल्ला क्लीनिक कार्यरत हो जाएंगे। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान पंजाब के लोगों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानी से मुक्त करना चाहते है।
यही कारण है कि वो इतनी बड़ी संख्या में मोहल्ला क्लीनिक शुरू कर रहे हैं। यहाँ एक बात जानना जरूरी है कि आखिर मोहल्ला क्लीनिक क्या है और इसकी जरूरत क्यों है?
इसका सबसे बड़ा उदे्दश्य यह है कि लोगों को उनके दरवाजे पर ही स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराई जा सके, ताकि उन्हें अस्पतालों की ओर न भागना पड़े। वहां भीड़ कम रहे और वहां आ रहे लोगों का इलाज ठीक प्रकार से हो सके।
इन क्लीनिक में निर्धन वर्ग के लोगों को मुफ्त जांच, दवाओं और परामर्श की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। इसके अलावा मोहल्ला क्लीनिक में 212 तरह की जांच मुफ्त की जाती हैं।
साथ ही यह व्यवस्था भी की गई है कि यदि किसी मरीज को अल्ट्रासाउंड की आवश्यकता महसूस होती है, तो डॉक्टर के लिखने पर किसी निजी लैब में वह जांच की जाएगी।
ऐसे में यह मोहल्ला क्लीनिक निर्धन और अन्य वर्गों के लिए बेहद लाभकारी साबित हो रहे हैं। मोहल्ला क्लीनिकों के खुलने का सबसे बड़ा फायदा यह हुआ कि यहां से झोला छाप डॉक्टर एकदम गायब हो गए हैं।
पहले गरीब लोग घर के पास सस्ता इलाज मिलने की वजह से झोलाछाप डॉक्टरों के चक्कर में पड़ते थे। अब कम से कम यह परेशानी दूर हो गई है। जुकाम, बुखार जैसी बीमारी के लिए कम से कम मरीजों की अस्पतालों के चक्कर काटने की जरूरत बिल्कुल खत्म हो गई है।