डीसी, एसएसपी ने सिविल अस्पताल और नशा मुक्ति केंद्र में की औचक चेकिंग, डॉक्टर मिले नदारद
डिप्टी कमिश्नर नवजोत पाल सिंह रंधावा और एसएसपी डॉ. अखिल चौधरी ने मंगलवार को सरकारी अस्पताल और नशा मुक्ति केंद्र का औचक निरीक्षण किया।
चेकिंग के दौरान कई डॉक्टर अनुपस्थित पाए गये। जिसे गंभीरता से लेते हुए उपायुक्त ने सिविल सर्जन को कार्रवाई कर रिपोर्ट सौंपने का सख्त निर्देश दिया।
डिप्टी कमिश्नर नवजोत पाल सिंह रंधावा ने एसएसपी डॉ. अखिल चौधरी के साथ नशा मुक्ति केंद्र का दौरा किया और मरीजों से बातचीत की। इसके बाद दवाओं के स्टॉक रजिस्टर की बारीकी से जांच की गई।
रंधावा ने डॉक्टरों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि मरीजों के रजिस्ट्रेशन के समय संबंधित मरीज का आई-कार्ड लेकर ही रजिस्ट्रेशन किया जाए और मरीज को ही दवा दी जाए। उन्होंने नशा मुक्ति केंद्र के स्टाफ को मरीजों के साथ अच्छा व्यवहार करने की भी हिदायत दी।
इस दौरान एसएसपी डॉ. अखिल चौधरी ने नशा मुक्ति केंद्र के अधिकारियों से भी बातचीत की और कहा कि जब कोई मरीज उनके पास आता है तो सबसे पहले उसकी आईडी चेक करें।
आई-डी से रजिस्ट्रेशन कराना चाहिए और उसके बाद मरीज की काउंसलिंग कर जानकारी लेनी चाहिए कि वह किस तरह की दवा लेता है और दवा लेने का कारण क्या है।
रोगी की काउंसलिंग करके संबंधित रोगी को नशा छोड़ने के लिए प्रेरित करना चाहिए तथा जहां तक संभव हो सके उसे सामाजिक एवं मानसिक रूप से मजबूत करने के लिए विशेष प्रयास करने चाहिए।
चौधरी ने कहा कि काउंसलिंग के बाद ही संबंधित मरीज को दवा लेने के लिए डॉक्टर के पास भेजा जाना चाहिए और डॉक्टर को मरीज को दवा छोड़ने के लिए प्रेरित करना चाहिए। ताकि वह निर्धारित समय के भीतर दवा का कोर्स पूरा करके दवा छोड़ सके और वापस लौट सके।