पंजाब में अब एक एप्प के जरिए प्रश्नपत्रों पर होगी शिक्षा विभाग की नजर
अब परीक्षा के पहले प्रश्नपत्र का बंडल नहीं खुल पाएगा और न ही कंट्रोलर गलत प्रश्नपत्र का पैकेट बैंक से बाहर लेकर आ पाएगा। इससे पेपर लीक होने की घटनाओं पर ब्रेक लगेगा।
पंजाब शिक्षा विभाग ने आगामी बोर्ड परीक्षाओं को इस बार पारदर्शी तरीके से करवाने से पहले पूरी तरह से एहतिहात बरतने के लिए एप्प मोनिटर एंड ट्रैकिंग क्वैचश्न (एम.टी.क्यू) तैयार किया है।
इसके माध्यम से समय से पहले प्रश्नपत्र का पैकेट न तो खुल पाएगा और न ही बैंक से बाहर आ पाएगा। शिक्षा विभाग द्वारा 13 फरवरी से शुरू होने वाली 10वीं और 12वीं की परीक्षा से पहले सभी परीक्षा कंट्रोलर को प्ले स्टोर से एप्प डाऊनलोड करने को कहा है।
जिसके, माध्यम से प्रश्नपत्र बंडल पर पूरी नजर रखी जाएगी। प्रश्नपत्र बैंकों में सुरक्षित रख दिए गए है। वहां से परीक्षा के दिन जब परीक्षा केंद्र से कंट्रोलर प्रश्नपत्र लेने जाएंगे, तो उसके मोबाइल पर अपलोड की गई एप्प के माध्यम से उसे प्रश्नपत्र मिलेगा।
बैंक से प्रश्नपत्र का पैकेट लेने के बाद क्यूआर कोड को स्कैन करना होगा, जिसके बाद बोर्ड के पास इस बात का रिकार्ड चला जाएगा कि इस केंद्र ने प्रश्नपत्र प्राप्त कर लिया है और उसके केंद्र से बैंक की दूरी इतनी है और वह इतने समय में परीक्षा केंद्र पर पहुंच जाएगा।
परीक्षा कंट्रोलर द्वारा जैसे ही बैंक से प्रश्नपत्र हासिल किए जाएंगे, वहीं प्रश्नपत्र के बंडल को स्कैन करना होगा, जिससे विभाग को पास इस बात का रिकार्ड आएगा कि सही बंडल हासिल किया है।
अगर किसी परीक्षा कंट्रोलर ने गलती से दूसरी परीक्षा का पैकेट उठा लिया तो एप्प उस पैकेट को स्कैन ही नहीं करेगी और वहीं पर गलती को सुधारा जा सकेगा।
बैंक से प्रश्नपत्र का पैकेट हासिल करके जब परीक्षा कंट्रोलर केंद्र की तरफ चलेगा तो उसका समय भी रिकार्ड होगा। अगर वह अपने परीक्षा केंद्र की दूरी से अधिक समय के बाद स्कूल पहुंचता है तो उसका जबाब देना होगा कि उसे देरी कैसे हो गई।
परीक्षा के बाद कलैक्शन सैंटर पर आंसरशीट जमा करने के समय भी विभाग के पास एप्प के जरिए रिकार्ड होगा, क्योंकि परीक्षा केंद्र पर आंसरशीट का बंडल बनेगा और उसको स्कैन किया जाएगा।
जिसके बाद विभाग के पास पूरी जानकारी पहुंच जाएगी कि आंसरशीट का पैकेट जमा करवाने के लिए चल पड़े है, रास्ते की दूरी का समय विभाग के पास होगा।
बीसीएम स्कूल फोकल प्वाइंट की प्रिंसिपल नीरू कौड़ा ने कहा कि पिछले दिनों मीटिंग में उनको एप्प की जानकारी दी गई थी।