अकाल तख्त में सेवा के समय और मेहनताना को लेकर ‘धड़िस’, एसजीपीसी में जंग
अकाल तख़्त में पारिश्रमिक और सेवा के समय को लेकर ‘धड़ियों’ (बैलेडर्स) और एसजीपीसी के बीच विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है।
उन्होंने स्वर्ण मंदिर परिसर में एसजीपीसी कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और बाद में बकाया और प्रदर्शन के घंटों में “कटौती” के खिलाफ हेरिटेज स्ट्रीट पर एसजीपीसी अधिकारियों का पुतला फूंका।
हालांकि उन्होंने एसजीपीसी के अधिकारियों प्रताप सिंह, सचिव एसजीपीसी, बलविंदर सिंह, सचिव धरम प्रचार कमेटी, बलविंदर सिंह और एसजीपीसी अध्यक्ष के ओएसडी सतबीर सिंह धामी सहित एसजीपीसी के अधिकारियों के साथ चर्चा की, लेकिन बैठक बेनतीजा रही।
अकाल तख्त के कार्यवाहक जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह के नए निर्देशों के अभाव में एसजीपीसी के अधिकारियों ने लाचारी दिखाई। इसके बाद श्री गुरु हरगोबिंद साहिब शिरोमणि ढाडी सभा के प्रमुख बलदेव सिंह ने कल अकाल तख्त सचिवालय पर धरना देने की घोषणा की है।
उन्होंने कहा कि जत्थेदार अकाल तख्त में ‘दीवान’ के मंचन में गुरबानी कीर्तन और गायन वार (गाथागीत) का पाठ करने के लिए ‘तांती साज़’ (गुरुओं के काल के दौरान पारंपरिक वाद्य यंत्र) के पुनरुद्धार के लिए इच्छुक थे।