गेहूं खरीद: लेटलतीफी से 3200 किसानों को सत्यापन का इंतजार, क्रय केंद्रों पर सन्नाटा
- विंध्याचल मंडल के 10724 किसानों ने गेहूं बेचने के लिए कराया पंजीकरण
- 7686 किसानों का अब तक किया जा चुका है सत्यापन
- विंध्याचल मंडल में गेहूं क्रय के लिए बनाए गए हैं 181 क्रय केंद्र
- 176000 टन गेहूं खरीद का लक्ष्य, अब तक 6558.10 टन हो सकी है खरीद
मीरजापुर। विंध्याचल मंडल में अब तक गेहूं खरीद को रफ्तार नहीं मिल पाई है। अब तक सिर्फ 3.73 प्रतिशत यानी 6558.10 टन ही गेहूं खरीद हो सकी है। जबकि गेहूं खरीद का लक्ष्य एक लाख 76 हजार टन है। वहीं 3200 किसानों का अब तक सत्यापन नहीं हो सका है। इनमें 2816 एसडीएम स्तर तो दो तहसील स्तर से लटका हुआ है। वहीं 217 एडीएम के यहां सत्यापन के लिए लंबित है। इसके अलावा 165 पीएफएमएस से लंबित है।
मीरजापुर की बात करें तो यहां 72000 टन खरीद का लक्ष्य है, लेकिन सर्फ 4100 टन यानी पांच प्रतिशत के करीब ही खरीद हो पाई है। इसका मुख्य कारण किसानों के सत्यापन में लेटलतीफी है। यहां 6000 से ज्यादा किसान पंजीकृत हैं। जबकि 1500 से ज्यादा किसान अब भी सत्यापन के लिए आस लगाए बैठे हैं। वहीं 75 केंद्रों में से 25 पर सन्नाटा है। किसान बाजार में गेहूं बेच रहे हैं। किसानों का कहना है कि कई ऐसी समस्याएं हैं, जो बाजार में बेचने पर नहीं होती। अधिकारियों के रवैए से परेशानी होती है। अब तो क्रय समिति मोबाइल फोन से भी किसानों से संपर्क कर रही है। इसके बावजूद किसान केंद्रों पर नहीं पहुंच रहे हैं। वहीं भदोही में 34 केंद्रों पर 37000 टन गेहूं खरीद का लक्ष्य है। जबकि अब तक सिर्फ 188 टन गेहूं की खरीद हो सकी है। इसके अलावा सोनभद्र के 72 केंद्रों पर 72000 टन गेहूं खरीद का लक्ष्य है। जबकि अब तक 1853 टन गेहूं की खरीद हो सकी है।
खेत से व्यापारी कर रहे खरीदारी
राजगढ़ क्षेत्र के किसान सुभाष सिंह, जगदीश सिंह, निरंजन सिंह, कृष्ण कुमार, भरत सिंह, अरविंद सिंह, सीताराम सिंह, सुनील कुमार ने बताया कि जब धान क्रय केंद्रों पर लेकर जाते हैं तो केंद्र प्रभारी आनाकानी करते हैं और खरीद नहीं करते। ऐसे में मजबूरी में व्यापारियों के यहां ओने-पौने दाम पर धान बेच देते हैं। वहीं क्रय केंद्र पर गेहूं ले जाने के लिए 100 रुपये प्रति क्विंटल खर्च करने पड़ते हैं। ऐसे में व्यापारी खेत से 2050 रुपये की दर से गेहूं की खरीद कर रहे हैं। जबकि समर्थन मूल्य 2125 रुपये प्रति क्विंटल है।
मोबाइल क्रय समिति सक्रिय, गेहूं खरीद में तेजी आने की उम्मीद
जिला खाद्य विपणन अधिकारी धनंजय सिंह ने बताया कि गेहूं खरीद को लेकर किसानों से बात की जा रही है। मोबाइल क्रय समिति सक्रिय है। मीरजापुर में 70 से बढ़कर 75 केंद्र हो गए हैं। ऐसे में लक्ष्य के सापेक्ष तेजी आने की उम्मीद है।
क्रय केंद्र से नहीं लौटाए जाएंगे किसान, प्रभारी खुद कराएंगे सत्यापन
संभागीय खाद्य नियंत्रक मीरजापुर संभाग प्रभुकांत द्विवेदी ने बताया कि यदि किसी किसान का सत्यापन नहीं हुआ है और वह गेहूं लेकर क्रय केंद्र पर आता है तो क्रय केंद्र प्रभारी खुद एसडीएम को फोन करेंगे और सत्यापन कराएंगे। किसी भी किसान को केंद्र से लौटाया नहीं जाएगा। सत्यापन पांच से आठ दिन में हो ही जाता है। गेहूं खरीद के मामले में विंध्याचल मंडल चौथे नंबर पर है। जबकि मीरजापुर जनपद छठवें व सोनभद्र 13 नंबर पर है। भदोही अब भी पिछड़ा है।