
संतकबीरनगर। मुसलमानों का पवित्र पर्व रमजान-उल-मुबारक का शनिवार को सोलहवां रोजा लोगों ने रख अल्लाह को याद किया। इस पवित्र माह में रोजा रखने से इसका कई गुणा सबाब मिलता है। बड़े बुजुर्ग और महिलाओं के साथ-साथ मासूम बच्चों में रोजा रखने का उत्साह देखते ही बन रहा है। मासूम बच्चे भी अपने रब को खुश करना चाह रहे हैं।
इसी कड़ी में दुधारा के निवासी मुहम्मद परवेज अख्तर की पुत्री तसनीम फातिमा 6 साल मे पहला रोजा रखकर अल्लाह की बारगाह में अपनी हाजिरी लगाई। तसनीम फातिमा के रोजा रखने से पूरा परिवार काफी खुश हैं। मुहल्ले के लोगों के अलावा परिजनों ने बधाई दी है। तसनीम फातिमा ने बताया कि राेजा रखने से उसे काफी सुकून मिला।
तसनीम फातिमा अल मदरसतुल इस्लामिया दुधारा में कक्षा- ए की छात्रा हैं। इस भीषण गर्मी तथा तेज धूप में जब बड़े बड़ों की हालत खराब हो जाती है वहीं मासूम तसनीम फातिमा ने अपने जीवन का पहला रोजा रखा। बाबा हाजी उबैदुर्रहमान ख़ां,दादी हज्जिन कमर जहां,पिता तथा पत्रकार मुहम्मद परवेज अख्तर,माता ताहिरा खातून तथा परिजनों ने मासूम की इस हिम्मत की तारीफ की है।