दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ लखनऊ में आप कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन
लखनऊ: आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी, जांच एजेंसियों के दुरुपयोग के खिलाफ पार्टी कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के लिए कार्यकर्ता प्रदेश कार्यालय से 1090 चौराहे की ओर बढ़े लेकिन भारी संख्या में मौजूद पुलिस फोर्स ने बैरिकेटिंग लगाकर आगे बढ़ने से रोक दिया और आप नेताओं को गिरफ्तार कर लिया.
इस दौरान कार्यकर्ताओं और पुलिस में झड़प हुई. पुलिस ने आप कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया और उन्हें इको गार्डन भेज दिया. आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रदेश महासचिव दिनेश पटेल ने कहा कि 20 जून को अरविंद केजरीवाल को बेल मिली. तुरंत ईडी ने स्टे लगवा लिया. फिर सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया. पूरा तंत्र इस कोशिश में है कि केजरीवाल जेल से बाहर ना आ जाये. ये क़ानून नहीं है.
ये तानाशाही है, इमरजेंसी है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ न कोई सबूत है, न ही कोई मनी ट्रेल मिला है और न ही कोई पैसा अभी तक बरामद हुआ है, लेकिन फिर भी जानबूझकर उन्हें अभी तक सलाखों के पीछे रखा गया है. ताकि आम आदमी पार्टी को पूरी तरीके से खत्म किया जा सके. यूथ विंग के प्रदेश अध्यक्ष पंकज अवाना ने कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार ने सीबीआई से उन्हें गिरफ्तार करा लिया. भाजपा, आम आदमी पार्टी को खत्म करना चाहती है इसीलिए केजरीवाल पर फर्जी मुकदमें लगाकर फंसाने की कोशिश कर रही है.
आम आदमी पार्टी का एक एक कार्यकर्ता अरविंद केजरीवाल के साथ है और तानाशाह सरकार के खिलाफ मजूबती से संघर्ष करता रहेगा. मोदी सरकार अपने राजनीतिक उद्देश्यों के लिए सभी केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है. सीबीआई ने पिछले दो सालों तक सीएम केजरीवाल को तथाकथित शराब मामले में आरोपी नहीं बनाया था. लेकिन जब भाजपा को लगा कि अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने वाली है, तो इन्होंने सीबीआई को आगे कर दिया.