
संतकबीरनगर। जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर बलिराम को जीत दिलाने के बाद एक बार फिर से खलीलाबाद के पूर्व विधायक दिग्विजय नारायण उर्फ जय चौबे ने अपना दबदबा कायम रखा। सपा कार्यकर्ताओं को एकजुट करके उन्होंने चुनाव प्रचार की कमान संभाली परिवार के सदस्यों के साथ उन्होंने इसे अपने निजी चुनाव मानकर पार्टी को जिताने का संकल्प लिया था। अनेक चुनौतियों को पार करते हुए अंत में जय अपने सहयोगी जगत जायसवाल को नगर पालिका खलीलाबाद के अध्यक्ष की कुर्सी पर पहुंचाने में कामयाब रहे। उनके साथ उनके छोटे भाई और जनपद के अग्रणी समाजसेवी डॉक्टर उदय प्रताप चतुर्वेदी ने कंधे से कंधा मिलाकर पार्टी को मजबूत किया। विधानसभा चुनाव में सीमित मतों के अंतर से जय चौबे तो हार का सामना करना पड़ा था परंतु वह पार्टी के एक सच्चे सिपाही की भूमिका का निर्वाह करते रहे।
जगत जायसवाल को सपा मुखिया आशीर्वाद दिलाने से लेकर उन्हें पद पर पहुंचाने में जय चौबे की भूमिका अहम मानी जा रही है। सत्तारूढ़ दल के विपरीत चुनावी अभियान को आंधी में तब्दील कर दिया। उनके नेतृत्व में सपा कार्यकर्ताओं ने भी अपना विश्वास व्यक्त किया और आगे बढ़कर सहयोग किया। सपा समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी को जीत दिलाने में उनकी भूमिका पूरे जिले में चर्चा का विषय बनी हुई है।उनके बारे में राजनीतिक हलकों में माना जाता है कि जिस भी चुनाव में वह कदम रखते हैं उसमें तन मन और धन की परवाह नहीं करते।जीत और सिर्फ जीत के लक्ष्य पर काम करते हैं। कड़ी चुनौतियों के सामने उन्होंने कभी भी हार मानना नहीं सीखा।
बताते चलें कि जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में बलिराम यादव उन्होंने उतारा था। सत्ता की हनक के सामने वह सीना तान कर खड़े हुए हैं और जीत दिलाने में सफल हुए थे।युवाओं की बड़ी संख्या का विश्वास उनपर हमेशा बना रहता है। उनके नेतृत्व में सपा कार्यकर्ता भी पूरे उत्साह से लगे रहे। जय चौबे ने जगत की जीत को विकास के प्रति समर्पित कार्यकर्ता और सपा की नीतियों पर जनता की मोहर बताया है। अपार समर्थन देने के लिए खलीलाबाद की जनता व सपा कार्यकर्ताओं को बधाई दी।